जलपरी मीनाक्षी पाहुजा को मिला 11वां मॉड्रनाइट एक्सीलेंस पुरस्कार

Meenakshi Pahuja received the 11th Modernite Excellence Award

डॉ. मीनाक्षी पाहुजा भारत की पहली महिला मैराथन स्वीमर को मिला 11वां मॉड्रनाइट एक्सीलेंस पुरस्कार, डॉ. पाहुजा जो कि विश्व में जलपरी के नाम से भी जानी जाती हैं, आपका जन्म 5 सितंबर 1977 में हुआ, आपकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के मॉर्डन स्कूल में हुई, वहीं से आपका जल से नाता जुड़ गया और जलपरी बनने का सफर शुरू हुआ. डॉ. पाहुजा के कोच उनके स्वर्गीय पिताजी श्री वी. के. पाहुजा थे जो कि मॉडर्न स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत थे, वहीं से आपको स्विमिंग के लिए प्रेरणा मिली. मीनाक्षी जी ने पांच वर्ष की उम्र में ही स्विमिंग सीखना आरंभ कर दिया था और नौ वर्ष की आयु में 50 मीटर बेस्टस्ट्रोक में जूनियर चैंपियन बनने के साथ – साथ तीन बार राष्ट्रीय चैंपियन भी रही.

डॉ. पाहुजा 11 वर्षों तक तैराकी में नेशनल मेडलिस्ट भी रही हैं, वर्ष 1996 में पुसान में आयोजित 10वीं अंतर्राष्ट्रीय एशिया पैसिफिक आयु समूह चैंपियनशिप, 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले में कांस्य पदक जीता और 3 बार लिम्का बुक रिकॉर्ड (2013, 2016, और 2018) धारक बनीं.

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मीनाक्षी जी का जन्म केवल 25-50 मीटर के पूल में तैराकी करने के लिए नहीं हुआ था. आपने वर्ष 2006 में खुले समुद्र में तैरना शुरू किया और वहीं से आपने मैराथन स्विमिंग का एक बड़ा सपना सजाया और उसके लिए कड़ा अभ्यास शुरू कर दिया. खुले समुद्र में तैरना अपने – आप में एक बहुत बड़ी चुनौती थी, क्योंकि समुद्री जीव – जंतु आपको कब हानि पहुंचा दें इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता. 2006 में ही डॉ. पाहुजा ने पश्चिम बंगाल की भागीरथी नदी में पहली बार 19 किलोमीटर का सफर तय किया, इसके पश्चात उन्होंने वर्ष 2007 में 20वीं अंतर्राष्ट्रीय मैराथन स्विम जो कि स्विटजरलैंड की ज़्यूरिख़ झील में आयोजित की गई थी इसमें आपने 26.4 किलोमीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय की और वर्ष 2008 डॉ. पाहुजा ग्रेट इंग्लिश चैनल स्विम में भाग लेने महान खिलाड़ी बनीं और 5 दिनों में 5 झीलों को सफलतापूर्वक तैरकर पार किया. वर्ष 2011 में फ्लोरिडा में 12.5 मील की दूरी सफलतापूर्वक तय की और वर्ष 2012 में मलेशिया में आयोजित लबुआन सी क्रॉस चैनल में कांस्य पदक विजेता बनीं. इसी के साथ वर्ष 2012 में ही गैंगवे वन बैटरी पार्क-नॉर्थ कोव मरीना से सैंडी हुक, न्यू जर्सी तक का 17.5 मील का सफर तैरकर सफलतापूर्वक पार किया, इसके बाद आपने 12 जुलाई 2014 को मैनहट्टन द्वीप के वार्षिक मैराथन स्विम में 28.5 मील की दूरी को सफलतापूर्वक तय करके तीसरा स्थान प्राप्त किया. वर्ष 2014 में रोबेन द्वीप दक्षिण अफ्रीका, केप टाउन के प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित तैराक को सफलतापूर्वक तैराया. रोबेन द्वीप – ब्लूबर्ग ने 12 डिग्री पानी में 7.4 किलोमीटर की दूरी तय की, यह द्वीप दक्षिण अफ्रीकी लोगों के लिए काफ़ी ऐतिहासिक और राजनीतिक महत्व रखता है. 24 माइल्स टाम्पा बे, फ्लोरिडा स्विम-2016 में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, एससीएआर स्विम चैलेंज (40 माइल्स चैलेंज), एरिजोना-2017 में 4 में से 3 झीलों में सफलतापूर्वक तैरने वाली पहली भारतीय महिला थीं. 23 सितंबर, 2017 को मिन्स्क में आयोजित बेलगार्ट मैराथन में ठंडे पानी में 2 किमी तैरकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता, साथ ही 26 जुलाई 2018 को जर्मनी की चौड़ी क्रॉसिंग कॉन्स्टेंस (बोडेंसी) झील में सफलतापूर्वक सफर तय किया और इसी के साथ आपको वर्ष 2018 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय महिलाओं को सर्वोच्च नागरिक सम्मान, नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

वर्तमान में आप लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. आज डॉ मीनाक्षी पाहुजा करोड़ों भारतीयों के दिलों में बसती हैं और उनके लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं. डॉ. पाहुजा हमारे देश का गौरव हैं जिन्होंने खेल जगत में अपने देश की पहचान को एक नया मुकाम दिया. डॉ पाहुजा स्विमिंग और अध्यापन के साथ – साथ एक बहुत अच्छी सोशल एक्टिविस्ट भी हैं जो हमेशा अंडर प्रिविलेज्ड महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए पूरे उत्साह के साथ कार्यरत रहती हैं.

आप इस तरह के कार्यों को पूरा करने के लिए कई NGOs के साथ जुड़ी हुई हैं. आप आज की युवा पीढ़ी को शिक्षा के साथ – साथ स्पोर्ट्स में भी आगे आने के लिए प्रेरित करती हैं, और यथासंभव मदद भी करती हैं. गौरतलब है कि बीते रविवार 4 दिसंबर 2022 को उन्हें दिल्ली के प्रख्यात मॉर्डन स्कूल द्वारा मॉड्रनाइट एक्सीलेंस पुरस्कार से नवाज़ा गया, साथ ही 1932 से लेकर 1995 तक अन्य 12 गणमान्य व्यक्तियों को भी इस अवॉर्ड से नवाज़ा गया!

The other awardees are as follows :-
i) Late Maj. Gen. Virendra Singh (Class of 1932)
ii) Late Mr. Ashok Pahwa, IAS (R) (Class of 1958)
iii) Lt. Gen. D. Raghunath (Retd.) (Class of 1953)
iv) Air Commodore C.M. Singla, Vr. C. (Class of 1959)
v) Dr. Arvind Taneja (Class of 1962)
vi) Mr. Hemant Luthra (Class of 1965)
vii) Mr. Rajeev Sethi, Padma Bhushan (Class of 1965)
viii) Dr. Manoj Mishra (Class of 1968)
ix) Ms. Saba Hasan (Class of 1980)
x) Mr. Neeraj Kishan Kaul (Class of 1981)
xi) Justice Rajeev Mishra (Class of 1987)
xii) Mr. Abhay Soi (Class of 1992)

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Pooja Kumari Ms. Pooja,
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