मन की आवाज कहलाए कलम से – वक्त की आवाज

time voice
वक्त रहते वक्त की कदर करो
बुरा वक्त तो जादूगर है
जो एक ही पल में सभी
चाहने वालों के चेहरे से नकाब हटा देता है।
इतनी जल्दी हार मत मानो जिंदगी से
आज वक्त बुरा है तो कल अच्छा होगा।
लोग बहुत अच्छे होते हैं
अगर हमारा वक्त अच्छा होता है।
जनाब वक्त वक्त की बात होती है
कोई कह जाता है तो कोई सह जाता है।
शायद यह वक्त हमसे कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफा का और ही रंगों में ढल गया।
अश्कों की चांदनी से भी बेहतर वह धूप ही
चलो उठो और उसी मोड़ से,
शुरू करो फिर से जिंदगी।
हमें हर वक्त यह एहसास दामन गिर रहता है
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत जरा सी है।
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छूटा करते,
समय की शौक से लम्हे नहीं टूटा करते।
ए मेरे अच्छे वक्त तू भी जरा धीरे धीरे चल,
हमने बुरे वक्त को भी बहुत
धीरे-धरे से गुजरते देखा है।
मेरी भी कहानी लिखेगा कोई एक दिन
वक्त ने मुझे क्या से क्या बना दिया।
पुरानी कलम को एक नया मोड़ दिया है।
मैंने तुम पर लिखना छोड़ दिया है
वक्त, वक्त, वक्त, वक्त
वक्त रहते वक्त की कदर करना सीखो
वक्त हमें बहुत कुछ देता भी है और
वक्त हमसे बहुत कुछ छीन भी लेता है।
यह वक्त ही तो है
यह वक्त ही तो है।।

मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।

Rozi 1

Share:

Written by 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *