उस वक्त जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हवन और सर्व धर्म प्रार्थना के साथ देश की नयी संसद का उद्घाटन कर रहे थे , कुछ कदम दूर देश का नाम रोशन करने वाले पहलवान अपनी पुलिस और प्रशासन के हाथों खदेड़े जा रहे थे । इसलिए क्योंकि उनका इरादा रंग में भंग करने का था ।। हालाँकि पहलवानों ने पहले ही अपनी मंशा बता दी थी और साफ़ साफ़ कहा था कि वे नयी संसद के उदघाटन दिवस पर शांतिपूर्ण मार्च निकालने जा रहे हैं लेकिन पुलिस और प्रशासन ने शायद उनकी मंशा को गंभीरता से नहीं लिया और फिर जो कुछ हुआ सबके सामने है ।
ज़ाहिर है जब कभी देश की नई संसद का ज़िक्र आएगा पहलवानो के साथ हुए दुर्व्यवहार को भी याद किया जाएगा । पहलवानों के अनुसार वे जंतर मंतर से संसद तक शांति पूर्ण मार्च के लिए बढ़ रहे थे कि पुलिस ने उन्हें जबरन खदेड़ना शुरू कर दिया । उनके साथ जोर जबर्दस्ती की गई । पुलिस के अनुसार पहलवान संसद भवन की तरफ बढ़ रहे थे और माहौल खराब कर रहे थे इसलिए उन्हें रोकना पड़ा लेकिन उनके साथ दुर्व्यवहार नहीं किया गया ।
भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया साक्षी मलिक और विश्व विख्यात पहलवान विनेश और संगीता फोगाट के अनुसार एक अपराधी और बेटियों के सम्मान को तार तार करने वाले अपने सांसद को सरकार ने नई संसद के उदघाटन पर बड़ा तोहफा दिया है । जिस अपराधी को सलाखों के पीछे होना चाहिए था वह खुला घूम रहा है और जिन पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया उन पर उनकी अपनी पुलिस जुल्म ढा रही है ।
पहलवानों के साथ कुछ अनिष्ट होने जा रहा है, इस बारे में पहले ही आशंका व्यक्त की जा रही थी । दरअसल जब महीने भर के धरना प्रदर्शन के बाद भी सरकार ने पहलवानों की एक मात्र मांग पर गौर नहीं किया और अपने सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह की आज़ादी को बरकरार रखा तो माहौल बिगड़ना ही था । धरने पर बैठे पहलवान सिर्फ और सिर्फ ब्रज भूषण की गिरफ्तारी चाहते हैं ।
कहा यह भी जा रहा है कि पहलवानों की धर पकड़ से एक दिन पहले सरकार ने पहलवानों को समझाने बुझाने का प्रयास किया था और संसद भवन के उदघाटन दिवस पर विरोध प्र्दशन नहीं करने का सुझाव भी दिया था, क्योंकि देश के मान सम्मान का मामला था । कुछ पहलवान मान भी गए थे लेकिन एक गुट राजी नहीं हुआ और पहलवानों में घमासान हो गया । धरने पर बैठे पहलवानों के बीच फ़ूट की खबर भी आ रही है लेकिन करीबी सूत्र बताते हैं कि जल्दी ही सभी पहलवान नयी ऊर्जा और दल बल के साथ मोर्चा बाँधने वाले हैं ।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |