New Delhi. भारतीय खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया है। रणधीर सिंह ने एशियाई ओलंपिक परिषद (OCA) के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल ली है, जो कि किसी भी भारतीय के लिए इस उच्चतम पद पर पहली बार पहुंचने की उपलब्धि है।
रणधीर सिंह, जो भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय खेल प्रशासन के एक प्रमुख शख्सियत हैं, ने हाल ही में कतर के दोहा में आयोजित एशियाई ओलंपिक परिषद की आम सभा में यह पद हासिल किया। उनके चुनाव ने भारतीय खेल समुदाय में खुशी की लहर दौड़ा दी है और यह भारतीय खेल प्रशासन के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ है।
रणधीर सिंह का खेल क्षेत्र में योगदान लंबे समय से सराहा जाता रहा है। उन्होंने भारतीय खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। उनकी योग्यता और समर्पण के चलते उन्हें इस महत्वपूर्ण पद पर चुना गया है, जो एशिया में खेलों के विकास और ओलंपिक आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
रणधीर सिंह की नियुक्ति भारतीय खेलों के लिए एक गर्व का क्षण है और यह संकेत करता है कि भारतीय खेल प्रशासन और प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्थिति को और मजबूत कर रहा है। उनके नेतृत्व में एशियाई ओलंपिक परिषद के नए युग की शुरुआत हो सकती है, जिसमें एशिया के विभिन्न देशों के बीच खेल सहयोग और प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित किया जाएगा।
रणधीर सिंह ने अपने चुनाव के बाद कहा, “यह मेरे लिए एक महान सम्मान की बात है कि मुझे एशियाई ओलंपिक परिषद का अध्यक्ष चुना गया है। मैं इस जिम्मेदारी को पूरी लगन और समर्पण के साथ निभाऊंगा और खेलों के क्षेत्र में एशिया के योगदान को और बढ़ावा देने का प्रयास करूंगा।”
रणधीर सिंह की अध्यक्षता के तहत एशियाई ओलंपिक परिषद को नई दिशा और ऊर्जा मिलने की उम्मीद है। उनकी इस उपलब्धि से भारत को भी अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर एक नई पहचान मिली है, जो देश के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक है।