NEW DELHI. ‘कुच बिहार ट्रॉफी’ के फाइनल में नाबाद 404 रन बनाकर पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़ने वाले प्रखर चतुर्वेदी कर्नाटक के बल्लेबाज हैं, प्रखर के पिता संजय चतुर्वेदी एक सॉफ्टवेयर फॉर्म के मालिक है जबकि उनकी मां रूपा डीआरडीओ में टेक्निकल एडवाइजर है युवराज ने 1999 में बिहार के खिलाफ कुच बिहार में ट्रॉफी के फाइनल में 358 रन बनाए थे, उसके बाद उनका यह रिकॉर्ड कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया था।
खिलाड़ी युवराज सिंह ने जताई खुशी-
कर्नाटक के बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी ने 404 रन बनाकर युवराज सिंह का करीब ढाई दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया, इस कामयाबी के बाद युवराज सिंह खुशी जताते हुवे कहा कि “भारतीय क्रिकेट सुरक्षित हाथों में है, युवराज को मीडिया के माध्यम रिकॉर्ड टूटने की खबर मिली तब उन्होंने इस पर रिएक्ट करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर लिखा, ‘यह देखकर बहुत खुश हूं! रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं और मैं यह देखकर खुश हूं कि भारतीय टीम का भविष्य सुरक्षित हाथों में है’, अपने इस एक्स पोस्ट को युवराज सिंह ने बीसीसीआई और बीसीसीआई डोमेस्टिक को भी टैग किया।
फाइनल मे प्रखर का प्रखर प्रदर्शन-
कूच बेहार ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के खिलाफ कर्नाटक के ओपनर प्रखर चतुर्वेदी ने 638 गेंदों पर 404 रन बनाए। इस बल्लेबाजी ने अपनी इनिंग में 46 चौके और 3 छक्के जड़े, जिसकी बदौलत कर्नाटक ने 8 विकेट पर 890 रनों की स्कोर बनाया।
प्रखर चतुर्वेदी का पूरा प्रोफाइल-
दरअसल, प्रखर चतुर्वेदी टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ के साथी हैं, दोनों कर्नाटक के लिए साथ खेलते हैं। इनके पिता सॉफ्टवेयर इंजीनियर तो मां डीआरडीओ की साइंटिस्ट है।
बता दे कि “कूच बेहार ट्रॉफी” फाइनल में प्रखर चतुर्वेदी के साथ टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ भी खेल रहे थे। हालांकि, समित द्रविड़ कुछ खास नहीं कर सके, वह महज 22 रन बनाकर पवैलियन का रूख कर गए।
बहरहाल, अब प्रखर चतुर्वेदी ने कूच बिहार ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड ‘विजय जोल’ के नाम दर्ज है, विजय जोल ने 451 रन बनाए थे।
××××××××××××××
Telegram Link :
For latest news, first Hand written articles & trending news join Saachibaat telegram group
https://t.me/joinchat/llGA9DGZF9xmMDc1