‘मेसी ने हमें मार डाला’, अर्जेटीना के हाथों तीन गोलों की बड़ी हार के बाद क्रोएशिया के कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया कुछ ऐसी रही । बेशक, दोनों टीमों के बीच बड़ा फर्क लियोनेल मेसी रहा, जिसने ना सिर्फ अपनी टीम का फ्रंट से नेतृत्व किया बल्कि गोल किया और जूलियन अल्वारेज के लिए गोल करने के मौके भी जुटाए ।
फाइनल में नतीजा चाहे कुछ भी रहे लेकिन मेसी ने फुटबाल जगत में एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है जिस तक पहुंचना भावी पीढ़ी के लिए कदापि आसान नहीं होगा । जिस किसी ने क़तर विश्व कप में मेसी को खेलते देखा दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हुआ । भले ही बड़ी उम्र के और भी खिलाडी फीफा कप में खेलते आए हैं लेकिन 35 साल के मेसी का खेल देख कर नहीं लगता कि उसको अभी बूट टांगने की जरूरत है ।
दुनिया भर के फुटबाल जानकारों और विषेषज्ञों का मानना है कि यदि अर्जेंटीना विश्व चैम्पियन बन जाता है तो मेसी खुद ब खुद पेले महान और माराडोना की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। हालाँकि वह सुपर स्टार है और सर्वकालीन महान खिलाडियों में शुमार किया जाता है लेकिन खिताबी जीत के बाद शायद यह सवाल उठ खड़ा होगा कि पेले , माराडोना और
मेसी में कौन श्रेष्ठ है । यह भी संभव है कि फुटबाल को प्यार करने वाली आज की पीढ़ी मेसी के नाम पर राय बना ले ।
पिछले डेढ़ दशक से भी अधिक समय से मेसी और रोनाल्डो के बीच पर्तिस्पर्धा अपने पूरे चरम पर रही लेकिन क़तर विश्व कप ने मेसी के नाम पर मोहर लगा दी है । अर्जेंटीना जीता तो मेसी का कद बहुत ऊंचा उठ जाएगा लेकिन यदि हार मिली तो भी उसका कद रोनाल्डो से ऊंचा ही रहेगा । अपने देश के लिए दो फीफा कप फाइनल खेलने का सपना वह पूरा कर चुका है । दूसरी तरफ क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने लगातार विवादों में फंस कर अपनी रिटायरमेंट को बिगाड़ दिया है । विश्व कप से पहले तक उसके और मेसी के बीच तुलना का लम्बा दौर चला लेकिन अब सब कुछ जैसे थम गया है । मेसी ने मोड्रिच और रोनाल्डो पर बड़ी बढ़त बना ली है ।
तारीफ़ की बात यह है कि जैसे जैसे उम्र बढ़ी है मेसी के खेल में परिपक्वता के साथ साथ पैना पन भी देखने को मिला है । सऊदी अरब के विरुद्ध पहला मैच गंवाने के बाद अर्जेटीना को साधारण टीम मान लिया गया था और शायद ही किसी ने कल्पना की होगी क़ि अर्जेंटीना फाइनल में पहुँच सकता है लेकिन मैच दर मैच मैसी का जादू चला और साथी खिलाडियों के भरपूर सहयोग से वह अपनी टीम को फाइनल में ले गया ।
मेसी ना सिर्फ अपने देश के लिए सर्वाधिक गोल जमाने वाले सबसे ज्यादा तिकड़ी बनाने वाले और सबसे ज्यादा भरोसे के खिलाडी हैं, विश्व फुटबाल में उसके कई रिकार्ड अनछुए हैं, जोकि उन्हें करोड़ों चाहने वालों का हीरो बनाते हैं। अपना पहला फीफा खिताब जीत कर वह सर्वकालीन श्रेष्ठ फुटबार कहलाएं तो हैरानी कदापि नहीं होगी ।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |