लिएंडर तृण मूल में, दीदी खेल कर गईं।

leander paes in tmc

भारतीय टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी लिएंडर पेस ने 2020 के टोक्यो ओलंम्पिक में भाग लेने की इच्छा जाहिर की थी लेकिन यह कभी नहीं कहा था कि सन्यास लेने केबाद राजनीति के मैदान में कूद पड़ेंगे। लगातार पहचान खोती भारतीय टेनिस को उनसे बहुत उम्मीदें थीं लेकिन ममता दीदी ने खेल कर दिया और लिएंडर को अपनी टीम तृण मूल कांग्रेस में ले उड़ी।

हालांकि लिएंडर महामारी के चलते टोक्यो ओलंम्पिक में नहीं खेल पाया लेकिन उसे भारत का सबसे कामयाब टेनिस खिलाड़ी कहना इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसने देश के लिए टेनिस का एकमात्र ओलंम्पिक पदक जीता है। उसने अनेक डबल्स और मिक्स्ड डबल्स ग्रांड स्लैम खिताब भी जीते हैं। महेश भूपति के साथ उसकी जोड़ी ने अनेकों रिकार्ड तोड़े हैं।

लिएंडर न सिर्फ एक शानदार खिलाड़ी रहा हैअपितु वाक्चातुर्य, मीडिया से सम्बंध बनाने, विवादों में पड़ने और कूद कर बाहर निकलने में उसका कोई सानी नहीं रहा।

देश विदेश में कई नामी खिलाड़ियों को धूल चटाने में उसे सफलता मिली। भले ही वह पिछले कई सालों से कोर्ट में नहीं उतरा फ़िरभी उसकी चैंपियन वाली छवि आम भारतीय टेनिस प्रेमी के दिल दिमाग में रची बसी है। उम्मीद की जा रही थी कि रैकेट टांगने के बाद वह भारत में अच्छे खिलाड़ी तैयार करने के लिए दूसरी पारी के रूप में कोचिंग व्यवसाय से जुड़ेगा। किसी को क्या पता था कि दी दी की नज़र उसकी सख्शियत पर पड़ेगी और वह जादुई अन्दाज में लिएंडर कोअपने खेमे में खींच ले जाएगी।

ऐसा माना जा रहा है कि लिएंडर गोवा से दीदी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है। कोलकाता में पैदा होने वाला गोन्स खिलाड़ी गोवा की राजनीति में ममता बनर्जी के लिए ट्रूप का पत्ता साबित हो सकता है। वाकई दीदी की पारखी नज़र की दाद देनी होगी।

पिछले कुछ सालों में नाम सम्मान कमाने वाले खिलाड़ियों का राजनीति में प्रवेश आम बात है। प्रसून बनर्जी, चेतन चौहान, दिलीप तिर्की, मैरी कॉम, गौतम गंभीर, संदीप सिंह, योगेश्वर दत्त, विजेंदर सिंह और कई अन्य राजनीति के मैदान में उतरे और सफल भी रहे हैं। लिएंडर के बारे में कहा ज रहा है कि वह बना बनाया राजनेता है। मीडिया का दोस्त और अपने प्रशंसकों का चहेता यह खिलाड़ी ममता और उनकी पार्टी की उम्मीदों पर शर्तिया खरा उतर सकता है, ऐसा उसके चाहने वालों का मानना है। कोलकाता में जन्में लिएंडर ने मद्रास में खेल के गुर सीखे, मुम्बई को घर बनाया और गोवा को राजनैतिक कर्मभूमि बनाने का फैसला किया है। आल द बेस्ट ली!

Rajender Sajwan Rajender Sajwan,
Senior, Sports Journalist
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