सत्तर के दशक में दिल्ली की फुटबाल में बड़ी पहचान बनाने वाले छोटे कद के बेहतरीन खिलाड़ी जगदीश रावत का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। स्वर्गीय रावत ने यूनाइटेड एफसी, बीबी स्टार्स, शिमला यंग और गढ़वाल हीरोज जैसे नामी क्लबों को सेवाएं दीं। स्वास्थ्य मंत्रालय और तत्पश्चात रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लिए खेले और लंबे समय तक रिजर्व बैंक के भरोसेमंद खिलाड़ी रहे।
देश और दिल्ली के जाने माने खिलाड़ियों और दिल्ली साकर एसोसिएशन ने आज यहां विनोद नगर फुटबाल मैदान पर 75 वर्षीय स्वर्गीय रावत के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा और उनकी फुटबाल उपलब्धियों को याद किया। इस अवसर पर सीमा बल और गढ़वाल हीरोज के खिलाड़ी और कोच रहे सुखपाल सिंह बिष्ट, मगन सिंह पटवाल और अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों ने जगदीश रावत को याद किया। उनके समकालीन खिलाड़ियों में जीवानंद, गुमान सिंह रावत, विजय राम ध्यानी, दयाल सिंह परमार, ओम प्रकाश नवानी, राजा राम, केएस नेगी, भीम सिंह भंडारी, रघुवीर बिष्ट, वाई एस असवाल, एचएस नेगी , कुलदीप, वीरेंद्र रावत, रविंद्र रावत गुड्डू, कमल किशोर जदली, स्वयं लेखक, राधा बल्लभ, गोपी, जिप्पी, सुब्रमण्यम , किशन और कई अन्य मंजे हुए खिलाड़ी शामिल हैं।
स्वर्गीय रावत राइट आउट और लेफ्ट आउट की पोजिशन के बेजोड़ खिलाड़ी थे। गढ़वाल हीरोज की बहुत सी खिताबी विजयों में उनकी बड़ी भूमिका रही। तेज गति और गोल जमाने की कलाकारी में अद्वितीय थे, जिसके दम पर गढ़वाल हीरोज ने कई खिताब जीते। तारीफ की बात यह है कि उनके तीन बेटों यशवंत रावत, रविंद्र रावत और हितेंद्र रावत – गोल्डी ने भी खेल मैदान पर खूब नाम कमाया। गोल्डी अपने पिता की तरह श्रेष्ठ फारवर्ड आंके गई। जगदीश रावत के अनुज जयपाल सिंह रावत भगत सिंह कॉलेज और दिल्ली के क्लबों के लिए खेले और बड़े भाई की तरह खूब गोल जमाए।
(लेखक स्वयं स्वर्गीय रावत के साथ फारवर्ड लाइन का खिलाड़ी रहा है)।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |