लेकिन….इंडिया मांगे मोर!

Pomegranate 79

भारत के श्रेष्ठ एथलीट नीरज चोपड़ा को अमेरिकी पत्रिका ट्रैक एन्ड फील्ड न्यूज़ ने वर्ष 2024 का श्रेष्ठ जेवलिन थ्रोवर आँका था, जिसके वह सही हकदार भी हैँ l वर्ष 2025 की शुरुआत भी उन्होंने साउथ अफ्रीका मीट में गोल्ड क़े साथ की है लेकिन बस 84.52 मीटर क़े साथ l इसमें कोई शक नहीं कि नीरज भारत के सर्वकालीन श्रेष्ठ एथलीट हैँ l लगातार दो ओलम्पिक खेलों में क्रमश गोल्ड और सिल्वर जीत कर उन्होंने अपनी श्रेष्ठता का प्रमाण दिया है l टोक्यो में गोल्ड जीतकर उन्होंने न सिर्फ भारतीय एथलेटिक के लिए पहला ओलम्पिक गोल्ड जीता, कुल पदक तालिका में भी सम्मानजनक. स्थान दिलायालल था l लेकिन पेरिस में भारत पदक तालिका में इसलिए धड़ाम से गिरा क्योंकि नीरज पर पाकिस्तानी थ्रोअर नदीम भारी पड़ा था l नदीम ने 90 मीटर से ऊपर की थ्रो के साथ गोल्ड जीता जबकि नीरज पिछड़ गया और दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा l

हालांकि भारतीय चैंपियन के पास अभी एक या दो ओलम्पिक खेलने का मौका है लेकिन उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती नब्बे मीटर की थ्रो है l जब तक वह यह लक्ष्य पार नहीं कर लेता जीत हासिल करने की गारंटी नहीं हो सकती l जहाँ तक उसकी श्रेष्ठ थ्रो की बात है तो 2022 की स्टॉक होम डायमंड लीग में 89.94 और दो साल बाद इसी लीग में 89.45 मीटर की थ्रो उसका श्रेष्ठ प्रदर्शन रहे हैँ l फिलहाल वह नब्बे मीटर को नहीं छू पाया है जबकि नदीम और दो अन्य थ्रोअर उससे बेहतर स्थिति में हैँ l

जहाँ तक नदीम की बात है तो उसने पेरिस ओलम्पिक में 92.97 मीटर की थ्रो से सबको हैरान कर दिया था l नीरज के इस हम उम्र पाकिस्तानी चैंपियन की खासियत है कि वह बेहद विनम्र है और नीरज के साथ उसका भाई चारा प्रशसनीय रहा है l ज़ाहिर है नीरज के लिए नदीम का रिकार्ड बड़ी चुनौती है l एक्सपर्टस की राय में जिस दिन वह 90 मीटर की थ्रो कर दिखाएगा वह और बेहतर कर गुजरेगा l लेकिन कब तक? यह सवाल हर भारतीय के दिल दिमाग में छाया है l यह न भूलें कि नदीम या कोई अन्य थ्रोवर और आगे बढ़ा तो नीरज के लिए उन्हें पकड़ना मुश्किल हो सकता है l हालांकि एक्सपर्टस की राय में नीरज में नया इतिहास लिखने की योग्यता है और वह कम से कम पांच मीटर ज्यादा फेंक कर सर्वकालीन श्रेष्ठ बन सकता है l

आम भारतीय खेल प्रेमियों क़ो सिर्फ औऱ सिर्फ नीरज ही एकमात्र उम्मीद नज़र आता है l उसके अलावा अन्य किसी खेल का कोई भी खिलाड़ी ओलम्पिक गोल्ड शायद ही जीत पाए l लेकिन सवाल 90 पार का है!

Rajender Sajwan Rajender Sajwan,
Senior, Sports Journalist
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