“तेज गेंदबाजों द्वारा सभी दस विकेट लेना भारतीय क्रिकेट का सबसे मजबूत पहलू बन कर उभरा है। खासकर, मोहम्मद सिराज ने श्रीलंका के विरुद्ध जैसी गेंदबाजी की उसे देख कर हर क्रिकेट प्रेमी जरूर रोमांचित हुआ होगा । यह बदलाव भारत की क्रिकेट का मजबूत पक्ष है। सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं बल्लेबाजी में भी हमारे खिलाड़ी लगातार बेहतर कर रहे हैं” , भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विख्यात ऑलराउंडर कपिल देव का ऐसा मानना है।
आज यहां जम्मू कश्मीर पर्यटन द्वारा आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम के चलते कपिल ने जे एंड के ओपन गोल्फ टूर्नामेंट के तीसरे संस्करण के आयोजन की तैयारियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस बार 50 लाख की पुरस्कार राशि दांव पर रहेगी। टूर्नामेंट का आयोजन 4 से 7 अक्तूबर तक प्राचीन जम्मू तवी गोल्फ कोर्स में किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य सरकार के विशेष सचिव (पर्यटन) अमरजीत सिंह, जम्मू तवी गोल्फ कोर्स के सचिव मानव गुप्ता और पीजीटीआई के सीईओ उत्तम मुंडी ने टूर्नामेंट की तैयारियों के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह टूर्नामेंट जम्मू कश्मीर के बारे में जागरूकता बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। टूर्नामेंट में उदयन माने, रशीद खान, युवराज संधू, हनी बायोसिया आदि जाने माने खिलाड़ी भाग लेंगे।
पीजीटीआइ के उपाध्यक्ष और विश्व चैंपियन भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट टीम के हाल के चमत्कारी प्रदर्शन और आगामी विश्व कप के लिए टीम की तैयारी के बारे में विचार व्यक्त किए और कहा कि वर्तमान भारतीय टीम हर प्रकार से संतुलित है और विश्कप में खिताब की प्रबल दावेदार कही जा सकती है। उनके अनुसार यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो भारत विश्व कप जीत सकता है। कपिल की राय में यदि खिलाड़ी अपनी फिटनेस बनाए रखते हैं तो उन्हें श्रेष्ठ प्रदर्शन से कोई नहीं रोक सकता ।
हालांकि प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट से हटने के बाद कपिल गोल्फ खेल रहे हैं लेकिन क्रिकेट हमेशा उनका पहला प्यार रहा है। गोल्फ में भी वे बड़ी भूमिका निभा रहे हैं और देश में सभी खेलों को फलते फूलता देखना चाहते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी खेल तरक्की करेंगे तो देश तरक्की करेगा। सरकार , मीडिया और औद्योगिक घरानों को इस दिशा में सहयोग करने की जरूरत है।
भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए एशिया कप फाइनल को उन्होंने भारतीय नजरिए से शानदार बताया लेकिन श्रीलंका का अपनी मेजबानी में हथियार डालना उन्हें अच्छा नहीं लगा। उनकी राय में फाइनल मुकाबला थोड़ा बहुत रोमांचक होता तो बेहतर रहता। लेकिन श्रीलंका ने जैसे मुकाबले से पहले ही हथियार डाल दिए थे, जोकि उन्हें रास नहीं आया।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |