‘मैं तो इस खेल की छोटी सी मछली हूँ और भारत के लिए खेलने का मतलब है कि अभी किसी तालाब या नदी का खिलाड़ी हूं। ।लेकिन यदि ओलंम्पिक और विश्वस्तर पर कुछ खास करना है तो समुद्र में कूदना होगा, जहां गोल्फ का विशाल सागर है और बड़ी सार्क से मुकाबला करना पड़ेगा’, टोक्यो ओलंम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले उदयन माने ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उसे विश्व स्तर पर पहचान बनाने के लिए लंबा सफर तय करना है।
नोएडा गोल्फकोर्स में 19 से 22 अप्रैल तक आयोजित होने वाले प्रोमेन्थस स्कूल दिल्ली एनसीआर गोल्फ चैंपियनशिप में उदयन कई नामी खिलाड़ियों के साथ चुनौती पेश करेंगे,जिसमें 40 लाख की पुरस्कार राशि दांव पर रहेगी। 23 अप्रैल को प्रो एएम कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। उदयन पिछली चैम्पियनष्प के विजेता हैं और खिताब बचाने के लिए उन्हें युवराज सिंह संधू, राशिद खान, ख़ालिन जोशी, पूर्व विजेता हनी बैसोया, अमन राज, करनदीप कोचर, मनु गंडास, अभिजीत चड्ढा से पार पाना होगा। टाटा स्कूल प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया संयुक्त मेजबान की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
विदेशी चुनौतिबाजों में श्रीलंका के मिथुन परेरा, एन थंगराजा, अनुरा रोहाना, बांग्लादेश के जमाल हुसैन, बादल हुसैन, अकबर हुसैन, मोहम्मद सयूम, मोहम्मद मुआज, मो सिकदर और नेपाल के सुक बहादुर राय शामिल हैं। भाग लेने वाले खिलाड़ियों में भारत के युवराज संधू आकर्षण का केंद हो सकते हैं। हमवतन खिलाड़ी से उदयन को सावधान रहना होगा। संधू 308 विश्व रैंकिंग के भारतीय चैंपियन हैं।
उदयन और संधू ने भविष्य की योजनाओं के बारे में कहा कि उनका लक्ष्य आगामी एशियाई और ओलंम्पिक खेल हैं। दोनों खिलाड़ियों ने माना कि गोल्फमें प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है। छोटी उम्र के खिलाड़ी गोल्फ मैदान में तहलका मचा रहे हैं जोकि खेल के लिए अच्छा है।
इस अवसर पर सीईओ उत्तम सिंह मुण्डी ने प्रोमेन्थस स्कूल के प्रयास को सराहा और उम्मीद जताई कि यह आयोजन शानदार रहेगा। आयोजक स्कूल के चेयरपर्सन मुकेश शर्मा ने अपने आयोजन को स्कूली खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायी बाताया। नोएडा गोल्फकोर्स के स्टीवन मेरेजेस ने आयोजन को उभरते गोल्फर के लिए सीखने का बड़ा प्लेटफार्म करार दिया।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |