देश को गीता, बबीता , विनेश , संगीता जैसी चैम्पियन बेटियां देने वाले पिता और द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने आज यहाँ जंतर मंतर पर सनसनीखेज बयान देते हुए कुश्ती फेडरेशन अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह पर जोरदार तमाचा जड़ते हुए कहा कि ये आदमी मुझे कभी भी पसंद नहीं आया । लड़कियां इससे डरती छिपती रही हैं क्योंकि नेता की नीयत लड़कियों के लिए बहुत खराब है । विनेश फोगाट , साक्षी मलिक , गीता फोगाट और और बजरंग पूनिया कह रहे हैं कि जब तक अध्यक्ष महोदय इस्तीफ़ा नहीं देते उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा । यहां जंतर मंतर पर देशभर के पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है और उनके साथ साथ मीडिया की तादात भी लगातार बढ़ती जा रही है । तारीफ़ की बात यह है कि पहलवानों ने किसी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया और कई राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं से दूरी बनाए रखी है।
खेल मंत्रालय के बुलावे पर बजरंग पूनिया, विनेश और साक्षी मंत्रालय गए जहाँ उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया । एक बार फिर कह दिया गया कि मंत्रालय ने कुश्ती फेडरेशन से 72 घंटे के अंदर जवाब माँगा है । कुछ पहलवान कहते देखे गए कि खेल मंत्रालय की नीयत में खोट है और मंत्रालय ब्रजभूषण को बचाने के लिए नाटक कर रहा है ठीक वैसे ही जैसे हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह के विरुद्ध आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है ।
ब्रज भूषण कह रहे हैं कि सिर्फ तीन प्रतिशत पहलवान ही धरना प्रदर्शन में शामिल हैं लेकिन आज यहाँ देश के सैकड़ों अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों ने पलटवार करते हुए कहा कि सौ फीसदी पहलवान उनके साथ हैं और देश के दूर दराज से आए पहलवान उनके साथ जुड़ रहे हैं । लेकिन आज कुछ पहलवान और कोच फेडरेशन अध्यक्ष के कार्यालय सचिव विनोद तोमर के बारे में बतियाते देखे गए । कुछ एक कह रहे थे कि कुश्ती का असली गुनहगार तोमर है जिसने अपने निजी स्वार्थ के लिए पहलवानों का इस्तेमाल किया और नेताजी को गुमराह करने में भी भूमिका निभाई ।
हालाँकि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी तोमर के बारे में काफी कुछ बोल चुके हैं लेकिन कई पहलवान तोमर के विरुद्ध अभियान छेड़ने और उसकी करतूतों को उजागर करने की मांग कर सकते हैं । वे जानना चाहते हैं कि कैसे एक सरकारी बाबू ब्रज भूषण की संगत मे फाइव स्टार मौज कर रहा है ! वे चाहते हैं कि तोमर की भूमिका की जांच की जाए । कुछ वरिष्ठ पहलवान और कोचों के अनुसार ये महाशय नेताजी की सुख सुविधाओं का रिकार्ड रखते हैं, जिसकी एवज में भरपूर दान दक्षिणा पाते रहे। असंतुष्टों के अनुसार उसे यूं ही छोड़ देना ठीक नहीं होगा।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |