यूं तो हर नया साल नई उम्मीदें लेकर आता है और पुरानी विफलताओं को भुलाने की प्रेरणा देता है, प्रोत्साहित करता है । लेकिन साल ,2024 का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि इस साल पर पूरी दुनिया के खेल प्रेमियों की नजरें लगी हैं। खासकर , भारतीय खेलों के लिए नए साल की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि देश की सरकार भारत को खेल मानचित्र पर वहां देखना चाहती है, जहां अमेरिका, चीन, जापान, रूस, जर्मनी जैसे देश पहले से विराजमान हैं। बेशक, ओलंपिक ही वह मंच है , जिसमें देश और दुनिया की खेल शक्ति की परख होती है।
पिछले कुछ समय से भारत सरकार देश को खेल महाशक्ति बनाने के लिए दृढ़ संकल्प है। देश के नेता, सांसद, अभिनेता,खेल संघ, खिलाड़ी, कोच सभी भारतीय खिलाड़ियों को शीर्ष पर देखने के सपने पाले हैं, जिन्हें पूरा करने का सुनहरी अवसर सामने खड़ा है। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों का लक्ष्य रिकर्डतोड प्रदर्शन करने का रहेगा। खासकर, टोक्यो ओलंपिक में जीते आठ पदकों से बहुत ज्यादा पदक जीत कर भारतीय खिलाड़ी सरकार और देशवासियों के सपने को साकार करना चाहते हैं।
कुछ माह पूर्व संपन्न हुए एशियाई खेलों में भारत ने रिकार्ड तोड प्रदर्शन किया था और सर्वाधिक पदक जीत कर अभूतपूर्व रिकार्ड बनाया था। पुरस्कार स्वरूप सरकार ने खिलाड़ियों और उनके कोचों को लाखों करोड़ों से लाद दिया। वैसे भी सरकार खिलाड़ियों को कई सालों से बेहतर सुविधाएं दे रही है। अब खिलाड़ियों पर है कि वे कैसा प्रदर्शन करते हैं।
बैडमिंटन, कुश्ती, हॉकी, मुक्केबाजी, एथलेटिक, वेट लिफ्टिंग निशानेबाजी आदि खेलों में भारत को पदक जीतने के भरपूर मौके हैं। जरूरत इस बात की है कि भाला फेंक में भारतीय स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा अपना अभूतपूर्व प्रदर्शन जारी रखें और कुछ और चैंपियन उसके अभियान को मजबूती प्रदान करें।
बेशक, इस बार लक्ष्य बड़ा रहेगा जिस कारण से खिलाड़ियों से अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। ध्यान रखने वाली बात यह होगी कि हमारे खिलाड़ी ओलंपिक में कहां तक कामयाब होते हैं। सरकार , खेल मंत्रालय, खेल प्राधिकरण और तमाम खेल संघ काफी पहले से ढोल नगाड़े बजा कर हुंकार भर रहे हैं।
बेशक इस अंहकार से वोटों की राजनीति की बू आ रही है, जिसने खिलाड़ियों और उनके कोचों पर दबाव बढ़ाया है। तो फिर पेरिस ओलंपिक में भारत को वह सब कर दिखाना है जिससे प्रत्येक भारतीय और देश की सरकार का नाम रोशन होगा।
Rajender Sajwan, Senior, Sports Journalist |