सुनीता विलियम्स की धरती वापसी होने वाली है, 9 महीने के संघर्ष के बाद वे वापस लौट रही हैं। लेकिन उनकी यह वापसी इतनी आसान नहीं रहने वाली है। कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा, कुछ बातों का ध्यान भी रखना पड़ेगा। असल में क्रू ड्रैगन के स्पेसक्राफ्ट की जब धरती में री एंट्री होगी, तब इसे सबसे मुश्किल पड़ाव माना जाएगा। इसी समय स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार सबसे कम हो जाती है।
Nasa ने चुनौतियों पर डाला प्रकाश
मिशन की सफलता पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में, नासा ने इस लंबे प्रवास के दौरान आई चुनौतियों और स्पेसएक्स के योगदान पर प्रकाश डाला और उनको धन्यवाद कहा। नासा अधिकारियों के अनुसार, ड्रैगन क्रू कैप्सूल की विश्वसनीयता और टीम के समर्पण ने इस मिशन को सफल बनाया। सुनीता विलियम्स ने सुरक्षित वापसी के बाद हाथ हिलाकर खुशी जाहिर की और मिशन के दौरान अपने अनुभव साझा किए। नासा ने यह भी बताया कि इस मिशन से मिले अनुभवों का उपयोग भविष्य में अंतरिक्ष यात्राओं को और सुरक्षित और प्रभावी बनाने में किया जाएगा।
व्हाइट हाउस का ट्वीट
व्हाइट हाउस ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, ”वादा किया गया, वादा निभाया गया: राष्ट्रपति ट्रंप ने नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने का वचन दिया। आज वे सुरक्षित ढंग से अमेरिका की खाड़ी में उतर गए।” साथ ही व्हाइट हाउस ने अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित लैंडिंग के लिए एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा को धन्यवाद कहा।
अंतरिक्ष मे रहने से होती है यह समस्या
अंतरिक्ष में महीनों तक रहने से मांसपेशियों और हड्डियों में कमजोरी, द्रव में बदलाव, जिसके कारण किडनी में पथरी भी हो सकती है, देखने में समस्या और धरती के गुरुत्वाकर्षण में वापस आने पर शारीरिक संतुलन को दोबारा कायम करने में कठिनाई जैसी तकलीफें होती हैं. हालांकि, नासा के पास इन सब समस्याओं से निपटने के लिए पहले ही पूरा प्लान तैयार है.
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