आपको बता दें कि रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारियों द्वारा 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों को लेकर खास स्टेटमेंट दिया गया है. उन्होंने बताया कि 74वां गणतंत्र दिवस समारोह पुनर्निर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में होने जा रहा है, इस खास अवसर के लिए सरकार ने 32,000 टिकट ऑनलाइन बिक्री के लिए रखें हैं. साथ ही बताया गया है कि पहली बार होने जा रहे इस खास कार्यक्रम के मौके पर सभी आधिकारिक आमंत्रण ऑनलाइन ही भेजे जाएंगे. इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर कर्तव्य पथ पर 50 विमान हिस्सा लेने जा रहें हैं. साथ इसमें नौसेना का आईएल-38 भी शामिल होगा जिसे इस समारोह में शायद पहली व आखिरी बार ही प्रदर्शित किया जाने वाला है. साथ ही इस खास मौके पर मिस्त्र का 120 सदस्यीय सैन्य दल भी हिस्सा लेने जा रहा है. वहीं विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा नवंबर में कहा गया था कि मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि की भूमिका में रहेंगे.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ किया गया था. उसके बाद सेरेमोनियल बुलेवार्ड में आयोजित यह पहला गणतंत्र दिवस होने जा रहा है. बीते बुधवार परेड के लिए ड्रेस रिहर्सल भी करवाया गया. रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस समारोह में 23 झांकियां होंगी जिनमें से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से 6 झांकियां तैयार की जाएंगी, और यह देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति एवं मजबूत आंतरिक, बाहरी सुरक्षा को दर्शाएंगी. जो औपचारिक रूप से परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर दिखाई जाएंगी.
कार्यक्रम में इन व्यक्तियों के लिए खास प्रबंधन :-
इस गणतंत्र दिवस पर कुछ विशेष मेहमानों को दिया जाएगा खास स्थान. रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने साउथ ब्लॉक में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बीते बुधवार को गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 23-31 जनवरी तक होने वाले कार्यक्रम पर विशेष जानकारी दी है. उनका कहना है इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह अधिक जनभागीदारी की भावना से आयोजित किया जाने वाला है. साथ ही सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के वर्कर्स एवं उनके संपूर्ण परिवार, कर्तव्य पथ के रखरखाव वर्कर्स, दूध बूथ वर्कर्स, सब्जी विक्रेता, किराना दुकानदार एवं रिक्शा-चालक बढ़- चढ़कर भाग लेंगे. साथ ही इन वव्यक्तियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा और इन्हें कर्तव्य पथ पर पूर्ण सम्मान के साथ बैठाया जाएगा.
वहीं मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कोरोना काल से पूर्व लगभग लाखों की तादाद में यहां लोग शामिल किए जाते थे परंतु वर्ष 2020 के बाद इनकी संख्याओं में काफी गिरावट आई है. इस वर्ष लगभग 42, 000 लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल किए जाने की उम्मीद है जिनमें 32,000 सीटों ऑनलाइन माध्यम से बुक किए जा सकते हैं. तत्पश्चात रक्षा सचिव के द्वारा कहा गया कि यह समरोह 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर एक भव्य कार्यक्रम के साथ शुरू होगा एवं महात्मा गांधीजी की पुण्यतिथि 30 जनवरी तक लगातार चलता रहेगा.
Ms. Pooja, |