राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आज घोषित किए जाएंगे! जो सवाल लोगों के जहन में पिछले कई दिनों से चल रहा था, आखिर आज सबको उत्तर मिल जाएगा कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जीतेंगी या फिर विपक्ष के यशवंत सिन्हा? इसका फैसला आज तय हो जाएगा! आज एक शब्द का जिक्र बार-बार किया जाएगा जो है इलेक्टोरल कॉलेज! इस शब्द की क्या भूमिका है इसी बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि आज राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे भी इसी इलेक्टोरल कॉलेज के माध्यम से तय किये जाएंगे! चलिए जानते हैं आखिर यह इलेक्टोरल कॉलेज है क्या? साथ ही हम यह जानेंगे कि किसी सांसद या विधायक के वोटों का मूल्य कैसे तय किया जाता है? आखिर मतगणना के दौरान कौन-सा उम्मीदवार जीता है? इन सभी प्रश्नों का पता लगाने के लिए कौन-सा तरीका अपनाया जाता है!
क्या है इलेक्टोरल कॉलेज?
राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सदस्य एवं सभी सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं! इन सभी के वोट की अहमियत अलग-अलग निर्धारित होती है! यहां तक कि राज्य के विधायक के वोटों का मूल्य भी अलग-अलग होता है! एक सांसद के वोट का मूल्य 700 होता है, वहीं विधायकों के वोट का मूल्य उस राज्य की आबादी और सीटों पर निर्भर होती है! सांसदों और विधायकों के वोटों के मूल्य के कुल योग को इलेक्टोरल कॉलेज कहा जाता है! दोनों उम्मीदवार में से इस इलेक्टोरल कॉलेज में जो 51 फीसदी वोट हासिल करेंगे, जीत उसी की तय होगी!
राज्यवार विधायकों के वोटों की अहमियत कितनी होती है?
देश की सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की मान्यता सबसे अधिक 208 थी, इसके बाद झारखंड राज्य और तमिलनाडु के एक विधायक के वोट की मान्यता 176 वहीं महाराष्ट्र के एक विधायक के वोट की मान्यता 175 थी! बिहार के विधायक के वोट का मूल्य 173 एवं सबसे कम मूल्य सिक्किम के विधायकों की थी! क्योंकि सिक्किम के विधायक के वोटों की मान्यता 7 थी वहीं अरुणाचल और मिजोरम के विधायकों के वोटों की मान्यता 8 थी!
सांसदों के वोट की कीमत क्या है?
राज्यसभा और लोकसभा सदस्यों के एक वोट की कीमत 700 होती है! दोनों सदनों में सदस्यों की संख्या 776 है! इस अनुमान से सांसदों के सभी वोटों का मूल्य 5,43,200 होता है! अगर विधानसभा सदस्यों और सांसदों के वोटों का मूल्य देखें तो यह 10,86,431 हो जाती है! इससे यह तय होता है कि राष्ट्रपति चुनाव में अधिकतम इतने कीमती वोट पड़ सकते हैं!
इस बार राष्ट्रपति चुनाव में कुल कितने वोटर्स शामिल थे?
राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्यों ने वोट डाले! 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसदों को वोट डालने की इजाजत दी गई थी! इसके साथ ही लोकसभा के 543 सदस्यों को वोट डालने का अधिकार मिला था! इसके साथ ही कुल 4 हजार से अधिक विधायकों को वोट डालने की इजाजत थी! ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 896 रही!
सभी वोटों का मूल्य अलग-अलग क्यों माना जाता है?
किसी भी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की आबादी अलग-अलग होती है इस चुनाव में हर वोटों की कीमत उस राज्य की जनसंख्या और वहां की कुल विधानसभा सीटों पर निर्भर करती है! ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर वोट सही मायने में जनता की नुमाइंदगी कर सके!
Ms. Pooja, |