प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बीते बुधवार को कहा कि उनकी सरकार किसी भी शॉर्टकट पर चलने के बजाय समस्याओं का समाधान निकालती है! क्योंकि उनका मानना है कि शॉर्टकट अपनाने से शॉर्टसर्किट होते हैं! पानीपत में दूसरे पीढ़ी के द्वारा बनाए गए एथेनॉल संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि इस संयंत्र के द्वारा किसान भाइयों को आय में वृद्धि होगी साथ ही पराली की जो समस्या पिछले कई वर्षों से चली आ रही है उससे भी राहत मिलेगी! प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया है कि देश लगातार स्वच्छ ऊर्जा की ओर उन्नति कर रहा है! उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में ही वह लगभग 75% घरों तक पाइप के द्वारा रसोई घर की गैस को पहुंचाने की कोशिश करेंगे! साथ ही बताया कि, हमने इसका स्थाई समाधान निकाल लिया है! इस जैविक संयंत्र से पराली का बिना उपयोग किए निपटारा हो पाएगा! साथ ही इसके अन्य कई और फायदे होंगे! क्योंकि पराली जलाने से हमारे धरती मां को जो पीड़ा होती है, उससे राहत मिलेगी! वहीं पराली काटने तथा उसके निस्तारण के लिए जो नई मशीनें, परिवहन समेत जो नए व्यवस्था बन रही है उसकी सहायता से गांवों में गरीबों को रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे! पराली किसानों के आय में तो वृद्धि करेगी ही साथ ही इसकी मदद से प्रदूषण को भी कम किया जा सकता है!
वर्ष में तीन करोड़ लीटर एथेनॉल बनेगा
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की पानीपत रिफाइनरी के पास यह संयंत्र स्थापित किया गया है! इसमें धान और गेहूं के भूसे के साथ मक्के का बचा हुआ हिस्सा, गन्ने की खोई और सड़े–गले अनाज का भी इस्तेमाल किया जाएगा! स्वदेशी प्रौद्योगिकी पर आधारित इस संयंत्र में सालाना करीब दो लाख टन भूसी को इस्तेमाल में लाया जाएगा! और इसकी सहायता से पूरे वर्ष में लगभग तीन करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन होगा! इससे हरित गैस उत्सर्जन में भी गिरावट आएगी!
Ms. Pooja, |