हाल ही में दिल्ली के कंझावला कांड में अब दिल्ली पुलिस पर सवाल पर सवाल उठाया जा रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली पुलिस अपनी किसी एक गलती को छुपाने के चक्कर में नई – नई गलतियां करती ही जा रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस केस में बीते गुरुवार को एक नए ड्राइवर के नाम और उसके साथ दो नए आरोपियों का जो खुलासा किया है, उस पर कहीं न कहीं पुलिस स्वयं पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि एक तरफ जहां अंजलि की सहेली निधि की कहानी में भी पूरी से सत्यता नज़र नहीं आ रही है, वहीं बात अगर दिल्ली पुलिस की करें तो पुलिस की बातों में भी पूरी तरह से सत्यता नज़र नहीं आ रही.
5 दिन बीत चुके हैं, मगर सवाल वहीं के वहीं अटका पड़ा है कि आखिर अंजलि की मौत के पीछे का राज क्या है?उस रात अंजलि के साथ ऐसा क्या हुआ था, जिसके कारण उसे मौत का शिकार होना पड़ा? पुलिस के हर खुलासे के साथ इस मामले में एक नये सवाल खड़े हो रहे हैं. बताया जा रहा है बीते गुरुवार जब दिल्ली पुलिस ने तीसरी बार इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उनके स्पेशल कमिश्नर सागरप्रीत सिंह हुड्डा ने सबके सामने यह बयान रखकर चौंका दिया कि वारदात के दौरान कार दीपक नहीं बल्कि दूसरा आरोपी अमित ड्राइव कर रहा था.
इसलिए इस बात का अर्थ यह निकाला जा रहा है कि पिछले चार दिन से पुलिस आरोपियों को हिरासत में रखकर अपना पूछताछ कर रही थी और आरोपी लगातार पुलिस से झूठ बोल रहे थे, क्योंकि पिछले चार दिनों से पुलिस यही बयान दे रही थी कि वारदात के दौरान उस रात अंजलि को पथरीली सड़क पर बेरहमी से घसीटते वक्त कार दीपक चला रहा था, परंतु अचानक गुरुवार यानि कि पांचवे दिन कार का ड्राइवर बदल जाता है. इसी के साथ दिल्ली पुलिस ने एक और नया खुलासा किया है और बताया है कि इस केस में आरोपी केवल 5 नहीं बल्कि कुल सात आरोपी शामिल हैं. दो नये आरोपी का नाम आशुतोष और अंकुश खन्ना है, जिसमें अंकुश आरोपी दीपक का ही भाई बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस इन दोनों की तलाश में जुटी हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस का कहना है कि वह हर तरफ से आरोपियों को ढूंढने का प्रयास कर रही है ताकि कोई भी मुजरिम सजा से बचने ना पाए. इसी के साथ स्पेशल सीपी ने साफ कहा है कि अभी इस मामले की कम्प्लीट पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल (FSL) रिपोर्ट आना बाकी है. इन दोनों रिपोर्ट के आने के पश्चात ही तस्वीर कुछ साफ हो पाएगी.
Ms. Pooja, |