नई दिल्ली, बताया जा रहा है कि राजधानी में मंकीपॉक्स का संक्रमण बढ़ रहा है! हाल ही में एक 34 वर्षीय व्यक्ति में इसके लक्षण पाए गए हैं, जबकि यह व्यक्ति अभी तक किसी विदेश यात्रा पर भी नहीं गया है! वहीं तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में विदेश से आए एक 40 वर्षीय व्यक्ति में भी यह लक्षण पाए गए हैं! फिल्हाल उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, और ईलाज चल रहा है! पूरे देशभर में मंकीपॉक्स संक्रमण का यह चौथा केस सामने आया है, इससे पहले भी ऐसे तीन केस केरल राज्य में मिल चुके हैं! जिनमें सभी विदेश से लौटे शख्स हैं! पश्चिम दिल्ली के संक्रमित व्यक्ति को लोलनायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है! जैसे ही इस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के कुछ लक्षण नज़र आए थे, उसे पहले दिन ही मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था! और जांच करने के पश्चात उसका सैंपल विषाणु विज्ञान संस्थान पुणे भेजा गया! जिसकी रिपोर्ट रविवार को संक्रमित पुष्टि हुई! यह व्यक्ति पिछले महीने मनाली के एक पार्टी में शामिल हुआ था! तत्पश्चात हिमाचल में सतर्कता एवं सुरक्षा बढ़ा दी गई है!
13 लोग एकांतवास में:–
संक्रमित व्यक्ति 25 जून को अपनी कार से मनाली गया था, वहां पर नारकंडे में रुकने के बाद 27 जून को पुनः दिल्ली लौट गया! इस मरीज के संपर्क में आने वाले डॉक्टर, रिश्तेदार एवं दोस्तों कुल 13 व्यक्तियों को एक साथ आइसोलेट कर दिया गया है! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने सूचना दी है कि एलएनजेपी अस्पताल में मंकीपॉक्स संक्रमण से संबंधित मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाया गया है!
राजधानी में संक्रमित मामले मिलने के बाद केंद्र सरकार ने रविवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की! स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने बैठक की अध्यक्षता की! इसमें राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया!
मंकीपॉक्स से घबराने की जरूरत नहीं, सावधान रहें, सतर्क रहें :-
दुनियांभर में लोगों को मंकीपॉक्स का भय सता रहा है, विशेषज्ञों ने बताया कि यह कोरोना से कम संक्रामक है, अतः घबराने की अवश्यकता नहीं है! सामान्य ईलाज द्वारा इससे संबंधित मरीजों को कुछ दिनों में ठीक किया जा रहा है! वहीं उन्होंने यह भी बताया कि कुछ सावधानियां बरतने से इसकी चपेट में आने से बचा जा सकता है! आपको बता दें की मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर संक्रमित होने के 6 से 13 दिनों के अंतराल में दिखाई दे सकते हैं!
क्या है मंकीपॉक्स और उसके लक्षण :-
मंकीपॉक्स जानवरों से इंसानों में फैलने वाली एक बीमारी है, जिसके लक्षण चेचक जैसे दिखते हैं! बुखार, सिरदर्द, मांसपेशी में दर्द, पीठ दर्द, थकान
महसूस होना, लिंफ नोड में सूजन और शरीर पर चकत्ते जो तीन हफ्ते तक रह सकते हैं!
इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है :-
संक्रमित शख्स के खांसने-छींकने से निकलने वाली बूंदों से और व्यक्ति के कपड़ों से भी यह वायरस दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है
देश में अभी जांच की क्या व्यवस्था है :-
जांच के लिए देशभर में 15 लैब संचालित हैं! आईसीएमआर इन लैबों की निगरानी कर रहा है! एनआईवी पुणे सभी लैबों का नोडल सेंटर है!
75 देशों में फैल चुका है मंकीपॉक्स
अभी तक कुल 4 केस भारत में आ चुके हैं! और 16,836 मामले पूरे देशभर में! महामारी विशेषज्ञ डॉ. चन्द्रकांत लहरिया ने कहा कि मंकीपॉक्स कोई नया वायरस नहीं है! बल्कि यह पांच दशकों से मौजूद है! संक्रमित के संपर्क में आए लोगों को अलग रहकर इस संक्रमण से निपटा जा सकता है!
टीकाकरण आवश्यक नहीं :-
विशेषज्ञों के मुताबिक चेचक के मंजूरी प्राप्त टीकों के इस्तेमाल से इस पर लगाम लगाई जा सकती है! आम लोगों को टीकाकरण की जरूरत नहीं है!
Ms. Pooja, |