राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। खड़गे ने कहा कि देश में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है और प्रधानमंत्री अनावश्यक विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पेपरलीक और बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है।
महिलाओं के मुद्दों पर टिप्पणी।
खड़गे ने कहा, “हम पेपरलीक, बेरोजगारी की बात करते हैं, मोदी जी मंगलसूत्र और मुजरा की बात करते हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने महिलाओं से संबंधित मुद्दों को भी गंभीरता से नहीं लिया है। खड़गे ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठा रही है।
सरकार की नीतियों की आलोचना
खड़गे ने सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि बेरोजगारी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने पेपरलीक के मामलों पर भी सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाए और कहा कि यह देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
विपक्ष की भूमिका और मांग
राज्यसभा में खड़गे की इस तीखी टिप्पणी के बाद विपक्ष ने सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की। विपक्ष ने मांग की कि सरकार बेरोजगारी और पेपरलीक के मुद्दों पर तुरंत ध्यान दे और इन पर विस्तार से चर्चा करे। खड़गे ने कहा कि जब तक सरकार इन मुद्दों पर स्पष्ट और ठोस जवाब नहीं देती, तब तक विपक्ष संसद में अपनी आवाज उठाता रहेगा।
सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार की ओर से अभी तक खड़गे के इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सरकार के कुछ सदस्यों ने खड़गे के बयानों को आधारहीन और राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया बताया है। उनका कहना है कि सरकार विभिन्न मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रही है और विपक्ष का यह हमला केवल सस्ती राजनीति का हिस्सा है।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि संसद का मौजूदा सत्र बहुत ही गरमागरम रहने वाला है। विपक्ष और सरकार के बीच टकराव बढ़ने की संभावना है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा की उम्मीद की जा रही है।
Ms. Shivani Aggarwal |