जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने आफत मचा रखी है! हिमाचल के मंडी और चंबा समेत कई जिलों में हाहाकार मचा हुआ है! चंबा जिले में एक परिवार की बच्चे सहित मृत्यु हो गई है! वहीं मंडी के सराज गोहर और द्रंग में बादल फटने के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और करीब 15 से 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं! इस हादसे के बाद तीनों एनएच मंडी पठानकोट, मंडी कुल्लू एवं मंडी जालंधर वाया धर्मपुर सभी को बंद कर दिया गया है! एक खबर और सामने आई है कि कांगड़ा जिले में लगातार भारी बरसात के कारण रेलवे चक्की पुल रात को बह गई! आपको बता दें कि डेढ़ हफ्ता पूर्व ही रेल सेवा बंद कर दी गई थी! साथ ही भारी बारिश को देखते हुए कांगड़ा एवं कुल्लू में सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है! हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में मूसलाधार बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं! वहीं जिला के मंडी – कटौला – पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने की वजह से आई बाढ़ ने कहर बरसाया हुआ है! बाढ़ की चपेट में आने के कारण एक परिवार लापता बताया जा रहा है! बादल फटने के पश्चात रात बागी से पुराने कटौला तक अधिकतर परिवारों ने अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर रातें बिताई! बागी नाले पर स्थित पुल भी बाढ़ की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया! मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ग्रह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले के बाढ़ ने दुकानों और वाहनों को हानि पहुंचाया है!
कमांद के पास पहाड़ी से भारी भूस्खलन
मंडी – बजौरा वाया कटौला मार्ग में कमांद के पास पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ है! जिला प्रशासन ने इस मार्ग में आवाजाही पर रोक लगा दी है!
DSP पधर लोकेंद्र नेगी द्वारा कहा गया कि सुरक्षा के लिए टीम भेजी जा रही है! बंद मार्गों को खोलने के बाद घटनास्थल पर रेस्क्यू हो पाना संभव है! मंडी पठानकोट NH जगह–जगह पर भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है! सैकड़ों की तादाद में लोग भूखे –प्यासे फंसे हुए हैं! कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से NH की सड़क का नामोनिशान मिट गया है! बताया जा रहा है कि जानमाल की कोई हानि नहीं हुई है! पहाड़ी का सारा मलबा नीचे आ जाने से सास्ती गांव में कहर मचा हुआ है! साथ ही उपमंडल के सभी राजमार्गों को बंद कर दिया गया है! वहीं आम जनजीवन की हालत अस्त–व्यस्त हो गई है! बिजली भी गायब है! लोगों के मोबाइल नेटवर्क भी गायब है
पंचायत समिति द्रंग ने उपाध्यक्ष कृष्ण भोज ने प्रात: ही घटना की जानकारी उपमंडल प्रशासन को दी! परंतु जगह–जगह पर भूस्खलन से NH बंद होने से प्रशासनिक अमला घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाया है! NH में नारला के पास भी भूस्खलन होने के कारण सारा मलबा सड़कों पर आ गया है! कोटरोपी घटना के भय से ऊपर के गांव सराजबागला और जगेहड़ के ग्रामीणों ने एक सुरक्षित स्थान पर रातें गुजारी!