राजधानी में ग्रैप लागू, पटाखों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध

delhi govt bans production sale use of firecrackers

राजधानी में प्रदूषण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 सूत्रीय शीतकालीन कार्ययोजना का ऐलान कर दिया है! आपको बता दें कि इसके अंतर्गत धूल विरोधी अभियान, पटाखों पर प्रतिबंध, ग्रीन वार रूम, सड़कों की पूर्ण रूप से साफ – सफाई एवं पानी का छिड़काव और प्रदूषण की 24 घंटे निगरानी समेत कई अन्य कदम भी उठाए जाएंगे! वहीं पटाखों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए 210 टीमें तैनात की गई हैं! साथ ही सभी प्रकार के पटाखों के ऑनलाइन बिक्री सेवा भी पूरी तरह से बंद है!

सरकार ने आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर अध्ययन कर के पता लगाया है कि वर्तमान समय में दिल्ली में कितना प्रदूषण है, एवं प्रदूषण की वजह क्या क्या हैं! चूंकि इसके लिए राउज एवेन्यू रोड पर एक सुपर लाइट बनाई गई है! आइए आपको इसकी कुछ विशेष जानकारी से रूबरू करवाते हैं! आपको बता दें कि इन सब कार्यों के लिए एक मोबाइल वैन है, जिसके ऊपर विभिन्न प्रकार के उपकरण लगाए गए है! वहीं मुख्यमंत्री का कहना है कि 20 अक्तूबर से पहली बार इसका डाटा प्राप्त होने लगेगा! जिसकी सहायता से पता लगाया जा सकता है कि किन – किन स्थानों में किस प्रकार के प्रदूषण विद्यामान हैं! वहीं आईआईटी कानपुर ने दावा किया है कि प्रदूषण का पूर्वानुमान भी जारी करेगा! केजरीवाल के अनुसार पर्यावरण मित्रता के लिए कुल 3500 कार्यकर्ताओं ने पंजीकरण करवाया है! जो दिल्लीवासियों को घर – घर जाकर पर्यावरण के प्रति जागरूक करेंगे! यदि आप भी इस कार्य में अपना योगदान देना चाहते हैं,तो (8448441758) पर मिस्ड कॉल देकर आप भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं! जानकारी के मुताबिक सरकार ने हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए कुल 42 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य बनाया था, जिसमें से 33 लाख पौधे अभी तक लग चुके हैं और अभी 9 लाख पौधे लगाने बाकी हैं! जिसे 15 अक्तूबर से दूसरे चरण के अंतर्गत लगाया जाएगा! साथ ही प्रदूषण की 24 घंटे देखरेख के लिए ग्रीन वॉर रूम को और भी बेहतर तरीके से बनाने का प्रयास किया जा रहा है! आपको जानकर बेहद खुशी होगी कि ई – वेस्ट कूड़े से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए होलंबी कलां में 20 एकड़ में ई – वेस्ट पार्क बनाया जा रहा है! ताकि इसके निर्माण के तत्पश्चात निकलने वाला सारा इलेक्ट्रोॉनिक कूड़ा ई – वेस्ट पार्क में जाएगा जहां से इनका वैज्ञानिक तौर पर निस्तारण किया जा सकता है! इस बार पांच हजार एकड़ में छिड़काव किया जाएगा! 586 टीमें सभी निर्माण साइट्स की निगरानी के लिए कार्यरत होंगे! साथ ही 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई जाएंगी!

Pooja Kumari Ms. Pooja,
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