सेंट्रल ड्रग्स लैब (सीडीएल) कसौली ने परीक्षण में टैबलेट की गुणवत्ता और क्षमता की परख की है! इसके अंतर्गत वीएक्सए – जीओवी 2 एंटरिक कोटेड टैबलेट ने पहले चरण को सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया है! अब जल्द ही इसके क्लीनिकल ट्रायल भी शुरू हो जाएंगे!
देश की पहली कोरोना टैबलेट ने अपने पहले चरण की जीत हासिल कर ली है! इस टैबलेट को बंगलुरु की सिनजिन कंपनी ने अमेरिका से आयात किया है, इस कंपनी ने साल के अंत तक इस टैबलेट को मार्केट में उतारने का दावा किया है, दावा यह भी किया जा रहा है कि यदि इस टैबलेट के सभी ट्रायल्स सफलतापूर्वक पूर्ण हुए तो यह टैबलेट खाते ही कोरोना से संक्रमित रोगी पर इसका प्रभाव दिखना आरंभ हो जाएगा और मरीज जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे!
इसके बाजार में आ जाने से लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा! सीडीएल कसौली में टैबलेट की क्षमता और गुणवत्ता की जांच भलीभांति से कर लिया गया है, परंतु मार्केट तक का सफ़र तय करने के लिए अभी इसे परीक्षण के दो और चरणों को पार करना होगा! इसी के साथ वैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल भी किए जाएंगे और इसकी रिपोर्ट कंपनी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को देनी होगी! सीडीएल कसौली में इस टैबलेट का परीक्षण मई माह में शुरू किया गया था, यदि यह हर ट्रायल में सफलतापूर्वक खड़ी उतरती है तो यह देश की पहली कोरोना से मुक्ति पाने की टैबलेट होगी!
आपको बता दें कि इस टैबलेट ने अपना पहला चरण पार कर लिया है और इसका दूसरा चरण 10 अगस्त से आरंभ किया जाएगा! इसके लिए कंपनी की ओर से सभी प्रक्रियाएं पूर्ण की जा रही है! कंपनी इसके ट्रायल बैच फिर सीडीएल कसौली में परीक्षण के लिए भेजेगी!
भारत में अब तक कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पुतनिक-वी, मोडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन, कोर्बेवैक्स, जायकॉव-डी, स्पुतनिक लाइट जैसे अन्य कोरोना वैक्सीन को डीसीजीआई ने मंजूरी प्रदान कर दी है!
Ms. Pooja, |