क्या आपको पता है? यमुना और हिंडन नदी में लगातार जल का स्तर बढ़ने से एक नया खतरा बढ़ता जा रहा है! किसानों के फसल भी डूब गए हैं, जिससे किसान मानसिक तनाव का शिकार होते जा रहे हैं! हथिनीकुंड बैराज से लगातार जल के बहाव के कारण आज यमुना का पानी सिर से ऊंचा होता नज़र आ रहा है! साथ ही हिंडन नदी भी खतरे का शिकार होती जा रही है! बीते मंगलवार यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से दिनभर में 68 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया! जिसके कारण यमुना नदी का जल स्तर बढ़कर 208.70 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 209 मीटर के काफी नजदीक पहुंच चुका है! किसानों की समस्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है! किसानों के फसल, हरी सब्जियां, पशुओं को खिलाने वाले चारे सभी डूब गए हैं! ऐसे में वह लगातार मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं! साथ ही मंगलवार को हिंडन की तरफ़ से भी हजारों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से उफान पर आ गई है! हिंडन नदी का जल स्तर बढ़कर लगभग 210.65 मीटर पहुंच चुका है! आपको बता दें इस नदी के खतरे का निशान भी 210.50 मीटर है जो कि पार हो चुका है!
इन सभी समस्याओं को मध्य नज़र रखते हुए हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी पर लगातार नजर रखी जा रही है! साथ ही यमुना एवं हिंडन नदी के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है! बताया जा रहा है कि बेशक इन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, परंतु चिंता की कोई बात नहीं है!
Ms. Pooja, |