देश में शुक्रवार 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के उत्पादन, उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है! प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के अंतर्गत सिंगल यूज प्लास्टिक की कुल 19 वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया गया है, इसमें थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, प्लास्टिक के झंडे, आइस्क्रिम स्टिक, कैंडी स्टिक और 100 माइक्रोन से कम के बैनर शामिल है!
आखिर किस प्रकार हुआ पेपर जगत को मुनाफा:-
* कागज को प्लास्टिक के विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है!
* केवल एक माह के अंदर ही कागज निर्माता कंपनियों के शेयरों में 8 % की उछाल!
रॉकेट शेयर:-
किस प्रकार किसी की आपदा किसी के लिए अवसर के समान होती है, यह बात पेपर निर्माण कंपनियों के लिए इंगित की गई है! जैसा कि हम सभी जानते हैं देश में 1 जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक (एसयूपी) वस्तुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है! इससे कागज को प्लास्टिक के विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है! ऐसे में प्लास्टिक निर्माताओं की यही आपदा कागज निर्माताओं के लिए एक अवसर के रूप में उभरकर सामने आई है! यूएसपी पाबंदी का लाभ कागज उद्योग कंपनियों को शेयर बाजार पर भी साफ दिख रहा है!
8% उछले शेयर
कागज निर्माण की बड़ी कंपनियों पर गौर करें तो एक माह के अंतर्गत ही सेषसायी पेपर समेत कागज निर्माता कंपनियों के शेयरों में 3-8% की बढ़ौतरी हुई है, जबकि इसी दौरान 1 माह के भीतर ही सेंसेक्स में 4.78 फीसदी की और निफ्टी में 5.01% की गिरावट आई है! पिछले एक हफ्ते में वेस्ट कोस्ट पेपर मिल्स- 3.15%, सतिया इंडस्ट्रीज – 5.54%, तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एंड पेपर्स – 7.07%, सेषसायी पेपर एंड बोर्ड्स- 7.80% जैसी बड़ी कंपनियों की शेयरों में काफी बढ़त हुई!
किस प्रकार लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
छोटे दुकानदारों को सबसे अधिक परेशानी आ रही है! जिसमें खासकर ऐसे दुकानदार शामिल है जो सड़कों के किनारे गोलगप्पे, छोले-भटूरे, छोले-कुलचे जैसे सामानों आदि का बिजनेस करते है! उनके लिए इन सामानों की पैकिंग का विकल्प नहीं मिल पा रहा है! जिसके कारण ऐसे दुकानदारों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, सरकार इनकी इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द सोचें और इनकी परेशानियों पर गौर करें!
Ms. Pooja, |