मंकीपॉक्स की वैक्सीन मिलने को लेकर अब लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं! इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी– पुणे) के सहयोग से वैक्सीन और डायग्नोस्टिक किट विकसित करने के लिए 29 फार्मा कंपनियों का चयन किया है! आपको बता दें कि एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, आईसीएमआर को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, बायोलॉजिकल ई, हाफकाइन इंस्टीट्यूट, मुंबई और इंडियन इम्यूनोलॉजिकल इंस्टीट्यूट से आवेदन मिले हैं! साथ ही आईसीएमआर के एक वैज्ञानिक के अनुसार फार्मा कंपनियों से कुल 31 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे, परंतु पिछली बैठक में इनमें से केवल 29 आवेदन पत्रों का ही चयन किया गया है! आईसीएमआर को 8 फार्मा कंपनियों ने मंकीपॉक्स का टीका बनाने के लिए आवेदन पत्र भेजे हैं, वहीं 23 कंपनियों ने टेस्टिंग किट बनाने में अपनी रुचि दिखाई है!
मंकीपॉक्स की वैक्सीन और किट बनने में लगभग कितना समय लग जाएगा?
आपको बता दें कि 29 कंपनियों का चयन हो जाने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि वे सभी इस परियोजना का हिस्सा अवश्य बनेंगे! उसके लिए पहले
उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा और उसके पश्चात उनके अनुभवों का भी मूल्यांकन आईसीएमआर के साथ पहले सहयोग किया जाएगा! मूल्यांकन की विधि में अभी समय लग सकता है, उसके बाद फिर कंपनी के साथ औपचारिक समझौता भी किया जाएगा!
गौरतलब है कि अब तक भारत में मंकीपॉक्स के कुल 10 केस सामने आए हैं, यह मामले केरल और दिल्ली में पाए गए हैं! अमेरिकी सरकार के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर कुल 19,000 से भी अधिक मामले सामने आए हैं! वर्तमान समय में चेचक के टीके का उपयोग मंकीपॉक्स के मरीजों पर किया जा रहा है!
Ms. Pooja, |