कल वह मैडल मेरा होगा,
आज यह है मेरी भूख।
करनी है काफी मेहनत,
पहुंचना है वहां तक,
जहां मैं जाऊं अपनी मेहनत फैलाऊं,
यह है मेरी भूख।
कल वह मैडल मेरा होगा
आज है सिल्वर और ब्रोंज
कल होगा गोल्ड।
जीतूगीं मै मेहनत करके क्योंकि,
पहुंचना है मुझे उस और
ना कुछ जीती तो सीख जाऊंगी
अपना एक इतिहास बना जाऊंगी
कल वह मैडल मेरा होगा
यह है मेरी भूख।
मेरा खुद पर है विश्वास,
मैं ना मानूं कभी भी हार,
रास्ते में कांटे बिछे हैं हजार,
कर लूंगी मैं उनको आसानी से पार
हर रास्ते में मुश्किलें होंगी
दिल उलझाएगा मुझे बार-बार,
पर मैं दिल को संभाल लूंगी,
फिर हर रास्ता मुमकिन कर लूंगी,
कल वह मैडल मेरा होगा
आज है यह मेरी भूख।
जितनी मेहनत करनी होगी ,
उतनी मेहनत कर लूंगी
और फिर मैं गोल्ड जीत लूंगी
तब होगा मेरा मान तब होगा मेरा सम्मान
फिर जो कल है वह आज हो जाएगा
कल वह मैडल मेरा होगा
कल वह मैडल मेरा होगा।।
मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।