कॉलेज के वो तीन साल

college days

जब हम स्कूल में होते हैं तो बस यही चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी कॉलेज पहुंच जाए ऐसा हो भी क्यों ना आखिर हम रोज रोज एक ही यूनिफॉर्म पहनने से छुटकारा जो चाहते हैं। यही नहीं होमवर्क ट्यूशन टिफिन बॉक्स और अनुशासन से आजादी की बात सोच कर ही हम खिल उठते हैं।
आखिरकार पहले दिन कॉलेज की पहली सीढ़ी चढ़ते ही हम एक अलग ही दुनिया में पहुंच जाते हैं और उस अलग दुनिया में पहुंच जाने का एहसास होता है। स्कूल की चारदीवारी से बाहर निकलकर हमारा तन मन आजाद पंछी की तरह उड़ने लगता है ना पेरेंट्स की रोक टोंक होती है और ना ही टीचर की डांट कॉलेज लाइफ के ऐसे ही पलों को समेटने की कोशिश की है जो हमारे लिए स्कूल के दिनों में किसी सपने की तरह होते हैं।

सुबह देर से उठना
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सुबह-सुबह स्कूल भागने की टेंशन नहीं होती कॉलेज में क्लास देर से शुरू होती है देर से सोना और देर से उठना चलता रहता है। हम आराम से सो कर उठ जाते हैं चाय पीते हुए अखबार पढ़ सकते हैं या टीवी का मजा उठा सकते हैं। उसके बाद अम्मी के हाथों का बना गरमागरम नाश्ता खाकर आराम से नहाने जाते हैं।

सिर्फ एक नोटबुक
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कॉलेज आते ही स्कूल के भारी-भरकम बैग से हमें हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है अब तो एक नोटबुक ही काफी है। यही नहीं स्कूल के बोरिंग बैग की जगह हमारे कंधे पर होता है स्टाइलिश बैग जिसमें मेकअप का सामान कैमरा या अपने पसंदीदा सामान को कैरी कर सकते हैं।

फैशन और टशन
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स्कूल ड्रेस से आजादी मिलते ही हर कोई फैशनेबल कपड़ों और योनिक स्टाइल से अपनी अलग पहचान बना कर कॉलेज में छा जाना चाहते हैं।आए दिन शॉपिंग पर जाना और नए-नए कपड़ों और बैग्स के लिए सस्ती मार्केट तलाशना रोज का शगुन बन जाता है। यही नहीं हमारे पॉकेट मनी का ज्यादातर हिस्सा कपड़ों पर खर्चा होता है इस दौरान शायद ही ऐसा हो कि हम किसी ड्रेस को हफ्ते में रिपीट करें।

दोस्ती यारी
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कॉलेज मतलब ढेर सारे दोस्त और मस्ती जहां स्कूल में हमारा ग्रुप छोटा होता है वही कॉलेज आकर दोस्तों का ग्रुप अचानक से खूब बड़ा हो जाता है यही नहीं देश के अलग-अलग कोनों से आए स्टूडेंट्स भी हमारे फ्रेंड्स लिस्ट में शामिल हो जाते हैं। इन दोस्तों के साथ गपशप पिकनिक पार्टी शेयरिंग केरिंग और लड़ाई झगड़े।

क्लास बंक किया तो डरना क्या
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स्कूल की तरह कॉलेज में सारी क्लासेज अटेंड करने की कोई मजबूरी नहीं होती आराम से क्लास बंक कर हम अपने दोस्तों के साथ गप्पे मार सकते हैं कोई मूवी देखने जा सकते हैं या किसी फ्रेंड के घर पार्टी भी कर सकते हैं। हां रोज रोज ऐसा ना करें वरना इसका असर आपके कैरियर पर पड़ेगा।

कैंटीन की मस्ती
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कैंटीन हमेशा से ही कॉलेज लाइफ का अहम हिस्सा है। स्कूल के दिनों से ही कैंटीन को लेकर हमारी कई फैंटसी होती है। खासकर जब भी हम किसी बॉलीवुड फिल्म में कैंटीन का कोई सीन देखते थे तो इस बात
को सोच कर ही खुशी और रोमांच से भर जाते थे। कि हम भी बड़े होकर कैंटीन रियल लाइफ कैंटीन की तरह आलीशान और भव्य भले ही ना हो लेकिन खुशियां तो खूब रहती है कैंटीन की गपशप खाना-पीना और मौज मस्ती हमें उम्र भर याद रहती है।

नंबर कम आए तो क्या गम है
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स्कूल में हर हफ्ते होने वाले टेस्ट से हमें मुक्ति मिल जाती है यही नहीं अब 10 में से 10 नंबर लाने की कोई टेंशन नहीं होती हां फाइनल एग्जाम में हम ज्यादा नंबर नहीं भी ला पाए तो भी कॉन्फिडेंस में कोई कमी नहीं आती।

कॉलेज का वह दोस्तों वाला प्यार
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कॉलेज में किसी एक खास चेहरे को कब अपना दिल दे बैठ हैं हमें पता नहीं चलता उस एक खास इंसान के लिए हम ना जाने क्या-क्या नहीं करते। उससे बात करने और उसके करीब जाने का हम एक भी मौका नहीं छोड़ते कई बार कॉलेज का यह प्यार बेपरवाह चल जाता है। और कई बार जब ऐसा नहीं होता तो एक मीठी सी याद की तरह हमेशा हमारे साथ रहता है।

० आप अपने कॉलेज लाइफ का पूरा मजा लीजिए यह पल आपकी जिंदगी में बार-बार नहीं आएगा यह पल ताउम्र आपके चेहरे पर मुस्कान लाएगा।

रोज़ी।

Rozi 1

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