जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का
तो पसीना बहाना होगा
फिर देखना फिजूल है कद आसमान का
मेहनत सीढ़ियों की तरह होती है
और भाग्य लिफ्ट की तरह
लिफ्ट तो किसी भी समय बंद हो सकती है
पर सीढ़ियां हमेशा ऊंचाई की और ही ले जाती है
जिस मेहनत से तू भाग रही है वही मेहनत तुझे
एक दिन हीरा बनाएगी
रख हौसला वो मंजर भी आएगा
प्यासे के पास चल कर समंदर भी आएगा
यूं ही नहीं होती हाथ की लकीरों के आगे उंगलियां
खुदा ने भी किस्मत से पहले मेहनत लिखी है
मत फिक्र करो इस जमाने की
इसे तो आदत है कुछ ना कुछ सुनाने की
जो जितना झुलसता है
वो उतना ही निखर के आता है
जो सहले तकलीफ मेहनत की
वो हर रोज चमकता है
क्योंकि सफलता एक दिन में नहीं मिलती
मगर ठान लो तो एक दिन जरूर मिलती है
कड़ी मेहनत कभी थकान नहीं लाती
जो पसीने से नहाता है वही अपना इतिहास बनाता है
मेहनत को अपने जीवन में उतार के जपना सीखो
अगर चमकना है उस सूरज की तरह
तो तपना सीखो तपना सीखो।।
रोज़ी।