मन की आवाज कहलाए कलम से – सपनों की उड़ान।

Flight of dreams

सपनों की उड़ान यूं ही नहीं मिलती
इसके पीछे काफी त्याग छुपा होता है।
सपनों की उड़ान भरने के लिए
कभी कभी अपनों का साथ छूट जाता है।
सपनों की उड़ान सलाह नहीं होती
कभी गिरकर संभालना भी पड़ता है।
तो कभी परिश्रम के सागर में डूबना पड़ता है,
और समर्पण की ज्वाला में जलना भी पड़ता है।
सपनों की उड़ान आसमान तक होती है
अपनी पहचान खुद बनानी होती है।
यह सपने ही तो होते हैं जो हौसला खोने नहीं देते
दिन में चैन नहीं लेते और रात को सोने नहीं देते।
यूं ही नहीं मिलती सपनों की मंजिल,
उसे पाने के लिए काफी कुछ खोना पड़ता है।
गर देखोगे सपनों को तो सपना खो दोगे,
उपजाऊ है मिट्टी उगेगा वही
जो सपनों को अपना जुनून बनाएगा।
कभी-कभी एक सपने के टूट जाने से,
दूसरा सपना देखने के लिए
ऊंची उड़ान भरने पड़ती है।
बड़े सपने देखने वाले अपने सपनों की उड़ान
किसी से पूछ कर नहीं भरते।
सपने देखो और उड़ान भरने की कोशिश करते जाओ
यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है समाज का खोखला सच है।
की लड़कियों को कोई हक नहीं उड़ान भरने का,
नदी में गिरने से मौत नहीं होती
मौत तो तब होती है जिसे तैरना नहीं आता
आप तो उड़ भी सकते हो और सपनों की उड़ान भी भर सकते हो।
उडो जितना उड़ना है
देखो सपने जिसको जितना देखना है
तुम्हारी मंजिल कामयाबी को चूमेगी।
हर रास्ते में तुम्हें परिस्थितियां मिलेगी
पर यह ठान लो कि परिस्थितियां हमारे लिए समस्या नहीं होती।
समस्या तो उन्हें होती है जिन्हें परिस्थितियों से लड़ना नहीं आता।
जब भी हार मानने लगे ना तो यह बात याद रखना
कि तुम निराश ना होना कमजोर आपका वक्त है आप नहीं।
यह हौसलों की उड़ान ही तो है
जो हमें हमारी मंजिल की ओर ले जाती है।
यह हौसलों की उड़ान है
यह हौसलों की उड़ान है।।

मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।

Rozi 1

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