आया दौर अब एक नए आशिक का पुराने आशिक ने आजमाना चाहा बताओ क्या कर सकते हो तुम अपनी महबूबा के लिए।
हमने तो कुर्बान कर दी थी जान उनके लिए,
सुन के सवाल नए आशिक हंस पड़े बोला जो दर्द सहा है तुमने उसका वक्त कम था, बोला हमने तो गुजारी दर्द भरी जिंदगी ऐसी, लो सुनाता हूं आपबीती अपनी, उनके लिए अपनी सारी जिंदगी गुजार दी खून के आंसू थे जो उनके इंतजार में गुजारी।
मगर वह अब तक लौट के ना आई।
हम वह आशिक हैं जो सूरत से नहीं सीरत से प्यार करते हैं जिस पर जान हम अपनी न्योछावर करते हैं कहने को तो सभी आशिक कहते हैं मगर हम वह आशिक है जो अपनी महबूबा के इंतजार के खातिर हम अपनी मोहब्बत भी छुपा सकते हैं।
यह आशिक की है नई दास्तां सुनकर सभी लोग हो गए परेशान मोहब्बत की लड़ाई में जीत ही गया था वह अपनी महबूबा को घर ले आया था वह खुशी से तो एक दिन बीत गया दूसरे ही दिन वह लात बन गया सारे बाराती हो गए परेशान सुनके नौशाह पहुंच गया कब्रिस्तान। आशिक का तो अब खून हो गया सोल के दुश्मन अब खुश हो गया। बोला ले मैं आ गया सुनकर लड़कियां रोने लगी अपने प्यार को पुकारने लगी खुदा को यह मंजूर ना हुआ भेजा एक नए आशिक को जो आते ही बोला रुक जाओ मेरी जान मत हो हैरान। खुदा ने आज़माया करके तुम्हें परेशान अब हम भगा देंगे सारे शैतान। आशिक़ यह तुम्हारा है दिल जिस पर हारा है कहो जो भी कहना है सुनने जो यह आशिक बैठा है। छेड़ो जितना छेड़ना है सताओ जितना सताना है मगर फिर भी यह आशिक तुम पर ही मरता है। एक सीख हम तुम्हें सिखा देंगे अपना एक्सपीरियंस तुम्हें बता देंगे ना करना मोहब्बत हसीनों से यह दिल भी बड़ी आसानी से तोड़ देंगे इनकी बातों पर ना करना विश्वास यही अक्सर धोखा दे जाएंगे करके भरोसा इन पर अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार लोगे। ना बन सका मोहब्बत का रिश्ता हमारा बेकार गया दिल जो था अरमानों भरा बन गया एक नया रिश्ता उससे हमारा कहकर दोस्ती साथ छोड़ा हमारा। शायद ऊपर वाले को नामंजूर था मिलना हमारा इसलिए टूट गया आशियाना हमारा। ना करना मोहब्बत ए दोस्त शादी से पहले वरना बनकर रह जाओगे देवदास मौत से पहले। शायरों की महफिल में आया है नाम हमारा कहते हैं शायरी तो आता है सबका वाह-वह का इशारा पर उसमें कोई समझता नहीं दुखों का दास्तान हमारा।
एक हसीना आई नकाब पहने लो मैं कहने लगा लाइन अपनी।चेहरे से वह यू नकाब हटाने को कतराते गए बातों ही बातों में बेताबी बढ़ाते गए हम तरस गए देखने को हसीन चेहरा इतनी थी ख्वाहिश के वह ठुकरा कर चले गए इतना गहरा सदमा पहुंचा इस नादान दिल को बिखरे अरमानों को सिमटा ना सके, हुआ कुदरत का करिश्मा ऐसा देखने को चेहरा हमें ब्यूटी पार्लर खोलना पड़ा फिर उन्हें वह नकाब हटाना ही था हमें तो उन्हें देखने का मौका मिल गया। क्लास में जब भी उनका जिक्र आता अक्सर पेपर पर कलम चलना शुरू हो जाता लिख देते हैं दास्तान ए मोहब्बत पर कमबख्त वो टीचर तक पहुंच जाता। एक हसीना पर यह दिल अटका हुस्न जिसका अफताब सा चमका आंखें हैं इनकी प्यारी सी जिस पर लुट गई सारी उम्र हमारी देखकर जब हमें यह मुस्कुराए सभी गम हमने भुलाए जिसको देखने की ख्वाहिश हो एक बार सोचो वह बन जाए मलिका ए आशिक एक बार,बस इतनी सी इत्तीजा करते हैं हम,रुसवा ना होना कभी हमसे तुम। एक हसीन लड़की ने हमें दीवाना बनाया करना था उसे दिल लगी इसलिए हमें इस्तेमाल में लाया वह जानती ना थी हम एक नाजुक दिल इंसान है दे बैठे दिल अब बाकी जिसमें बेजान है। दिल तोड़ दिया आपने हमारा अब एक आखरी एहसान कर दो मोहब्बत में पानी ना सही जहर ही पिला दो।
मैंने अपने महबूबा के लिए लिखी थी एक शायरी लो सुनाता हूं अपने ही जुबानी।
जाने आप अपने हैं यह बेगाने हैं पर अच्छा लगता है दो पल आपके साथ बिताना, रिश्ता है जाने क्या आप से मेरा पर ख्वाबों में आप का आना अच्छा लगता है, कहने को जब भी यह सोचा मैंने कि आप हां कह देंगी अब लेकिन आपका ना कह जाना अच्छा लगता है, यकीन नहीं है शायद आपको कि गम मोहब्बत में ही मिलते हैं फिर भी दिल का मुस्कुराना अच्छा लगता है, नजरों के मिलने से ही दिल की तबाही शुरू होती है फिर भी आप से नजरें मिलाना अच्छा लगता है, नहीं पता कि आप हमसे प्यार करते भी है या नहीं फिर भी आपके ख्यालों में खो जाना अच्छा लगता है।
नहीं लौटी आज तक मेरी मोहब्बत फिर भी उनका इंतजार करना अच्छा लगता है कि यह दिल में ख्याल आता है कि एक ना एक दिन वह जरूर आएगी। दोस्तों इस पर यकीन भरोसा करना वह सब आपके ऊपर है भरोसा है प्यार पर तो करो नहीं है तो मत करो।
प्यार कोई गलत चीज नहीं होता है कहीं भी किसी से भी हो सकता है अपनी फैमिली से भाई-बहन मम्मी पापा किसी से भी हो सकता है बस इसे देखने का नजरिया होना चाहिए।
मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।