1
जो ढल जाए वह शाम होती है,
जो खत्म हो जाए वह जिंदगी होती है,
जो मिल जाए वह मौत होती है,
और जो आसानी से ना मिले
वह दोस्ती होती है।
2
तंहा रहना तो सीख लिया हमने
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता है यह दिल
लेकिन तेरी दोस्ती के बिना ना रह पाएंगे।
3
नफरत आपसे कोई कर नहीं सकता,
दोस्ती का कोई कर ज्यादा कर नहीं सकता,
दिल के करीब है आपकी दोस्ती,
आप से प्यारा कोई दोस्त बन नहीं सकता।
4
खुदा ने कहा दोस्ती ना कर,
दोस्तों की भीड़ में तू खो जाएगा,
मैंने कहा,
कभी जमीन पर आकर मेरे दोस्तों से तो मिल,
तू भी ऊपर जाना भूल जाएगा।
5
कौन कहता है कि जिंदगी तकलीफ देती है,
अगर तुम जैसे दोस्त साथ हो तो
जिंदगी भी सर झुका देती है।
मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।