दिल्ली विश्वविद्यालय के एक आधिकारिक बयान से पता चला है कि छात्राओं को मिलने वाली 1% की छूट अब नहीं दी जाएगी! आज इस फैसले पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी! लगभग डेढ़ दर्जन विश्वविद्यालयों में विभिन्न कोर्स के लिए जो छात्राओं को 1 फीसदी की छूट दी जाती थी! डीयू में दाखिला से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि इस बार केवल कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम के अंकों के आधार पर ही दाखिला दिया जाएगा! लिहाजा इस व्यवस्था को समाप्त किया जा रहा है! कहा जा रहा है कि डीयू में पढ़ने वाले छात्राओं की संख्या छात्रों के अनुपात से अधिक है! आपके बता दें कि इस बार डीयू ने कई अन्य बदलाव भी किए हैं!
पहली बार मध्यावधि में दाखिले का विकल्प : डीयू उन छात्रों को दाखिले के लिए एक और मौका देगा, जो सीयूईटी परीक्षा में बैठे तो हैं परंतु वह आवेदन नहीं कर पाए हैं! इसके लिए डीयू एक हजार रुपए बतौर शुल्क अभ्यर्थी से लेगा और और इसे वापिस नहीं किया जाएगा! वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी बताया कि इस व्यवस्था को दाखिले की गारंटी के रूप में नहीं लिया जा सकता है! हम छात्रों को बस एक प्रकार से सुविधा प्रदान कर रहे हैं ताकि यदि विश्वविद्यालयों में सीट बची होगी तो इन विद्यार्थियों को दाखिला दिया जा सकता है! साथ ही यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि कोई छात्र किसी कारणवश विश्वविद्यालय के पोर्टल पर नामांकन नहीं करा पाया है और वह उच्च मेरिट वाला है तो वह अपनी मेरिट के आधार पर दाखिला के लिए दावा नहीं कर सकता है! यदि किसी अभ्यर्थी का आवेदन कॉलेज द्वारा न्यूनतम योग्यता पूरी नहीं होने के कारण नहीं जमा हुआ है! या फिर किसी तरह की श्रेणी गलती से बदल दी जी हो! मध्य में प्रवेश करने वाले अभ्यर्थियों को सीट आवंटन पर सभी अभ्यर्थियों के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा! इसके साथ ही एक उम्मीदवार जो पोर्टल पर मध्य में दाखिला के लिए आवेदन करता है उसे आवंटित सीटों पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा!
इन विषयों में नहीं मिलेगा प्रवेश
जिन विषयों में ट्रायल होता है उनमें छात्रों को मध्य में आवेदन का विकल्प नहीं दिया जाएगा! प्रदर्शन– आधारित कार्यक्रमों जैसे बीए (ऑनर्स) संगीत, बीएससी शारीरिक शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा और खेल, एवं ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी कोटा के लिए मध्य–प्रवेश की अनुमति नहीं होगी! साथ ही दिव्यांग विद्यार्थी भी अपनी श्रेणी में किसी तरह का परिवर्तन नहीं कर पाएंगे!
स्पोर्ट्स कोटे में तलवारबाजी फिर से शामिल
दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक बार फिर से स्पोर्ट्स कोटा के तहत तलवारबाजी शामिल कर दिया है! विगत कुछ वर्षों से इसे डीयू ने अपने खेल कोटा के तहत किए जाने वाले दाखिला से बाहर कर दिया था! हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कौन–कौन से कॉलेज इस खेल में अपने यहां दाखिला देंगे!