ब्रज भूषण कहिन: तुम डाल डाल मैं पात पात !

Braj Bhushan

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बातचीत और तमाम आश्वासन के बाद आंदोलनकारी पहलवानों के तेवर कुछ बदले बदले नज़र आ रहे थे और यह उम्मीद बंधी कि जल्दी ही मामला सुलट जाएगा और यौन शोषण के आरोपी ब्रज भूषण शरण सिंह पर शिकंजा कस जाएगा । साक्षी बजरंग और विनेश ने जब रेलवे की अपनी ड्यूटी ज्वाइन की तो लगा जैसे सब कुछ सामान्य हो गया है । कुछ लोगों ने तो पहलवानों को कोसना भी शुरू कर दिया था । उन्हें लगा जैसे कई दिनों की लड़ाई के बाद पहलवान थक गए हैं या ब्रज भूषण ने पहुँच और पहचान का फायदा उठा कर पहलवानों पर धोबी पछाड़ खेल दिया है ।

बजरंग पूनिया के अनुसार , इसमें दो राय नहीं कि ब्रज भूषण राजनीतिक और बाहुबल की दृष्टि से बहुत ताकतवर है लेकिन किसी ने शायद ही सोचा होगा कि उसकी ताकत के सामने सरकारी एजेंसियां भी फेल हो जाएंगी । पूनिया और साक्षी को लगता है कि उनके हर अगले कदम की काट ब्रज भूषण के पास पहले से ही मौजूद होती है । वरना उसकी शिकार बताई जा रही नाबालिग लड़की और उसके पिता ने बयान कैसे बदल दिए ! पहलवान कह रहे हैं कि उनके हर अगले कदम के बारे में उसे पहले ही पता चल जाता है । सीधा सा मतलब है कि पुलिस उसे मदद कर रही है । नाबालिग पहलवान का दबाव में आकर बयान बदल देना बताता है कि ब्रज भूषण अब हर साक्ष्य को मिटाने पर आमादा है । वह ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसके पास बचने का कोई रास्ता नहीं बचा ।

बजरंग और साक्षी के सोशल मीडिया को दिए बयानों के अनुसार आंदोलनकारी पहलवानों के बीच विवाद जैसी कोई बात नहीं है खाप पंचायतों , किसानों और कर्मचारी संगठनों को विश्वास में लेकर आगे की कार्यवाही तय की जानी है जिसके लिए 15 तारीख को डेड लाइन बनाया गया है । लेकिन पहलवान आखिर क्या करने जा रहे हैं । हालाँकि उन्होंने फिर से जंतर मंतर की तरफ कूच करने का आह्वान कर दिया है लेकिन उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि कुश्ती फेडरेशन का पूर्व अध्यक्ष चुप बैठने वाला नहीं है । “तुम डाल डाल मैं पात पात” की तर्ज़ पर ब्रज भूषण कोई तगड़ा दांव लगा देते हैं। नाबालिग बताई जा रही पहलवान आंदोलनकारियों के लिए ट्रंप कार्ड थी , जिसे ना जाने कैसे बयान बदलने के लिए विवश कर दिया गया । पिछले कई महीनों से उसका पिता पहलवानों के साथ जुड़ा रहा लेकिन उस वक्त जबकि जांच पूरी होने को थी , बयान बदल दिया गया ।

पहलवानों को डर है कि यदि आरोपी को जल्द पकड़ कर सलाखों के पीछे नहीं भेजा गया तो वह अपनी पावर का गलत इस्तेमाल भी कर सकता है और कर भी रहा है । हालाँकि पहलवानों के बीच फूट की अफवाह भी जोरों पर है लेकिन सभी खुद को एक टीम बता रहे हैं । फिरभी यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता कि वे एकजुट रहेंगे क्योंकि ब्रज भूषण उनमें फूट डालने का कोई मौका नहीं चूकना चाहेंगे ।

Rajender Sajwan Rajender Sajwan,
Senior, Sports Journalist
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