बाइडन 7 नवम्बर 1972 को पहली बार अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए थे।आज 48 साल बाद 7 नवम्बर 2020 के दिन पहली बार राष्ट्रपति बने।
आज जब बाइडन राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए हैं तब उनकी उम्र 78 वर्ष है, वो अमेरिकी इतिहास के सबसे जवान सीनेटर बने थे और सबसे बूढ़े राष्ट्रपति बने हैं।
आम भारतीयों को इससे कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं पड़ता कि अमेरिका का राष्ट्रपति कोई डेमोक्रेट बनता है या रिपब्लिकन लेकिन इस बात से ज़रूर फ़र्क़ पड़ता है कि दुनिया में कुछ भी सम्भव है या कहा जाए कि सब कुछ सम्भव है। ट्रम्प पिछली बार राष्ट्रपति बनने के सिर्फ़ एक साल पहले राजनीति में आए थे और बाइडन पिछले 48 साल से राजनीति में हैं लेकिन राष्ट्रपति बने वो अब जाकर।
इस बीच एक और बात जो जानने योग्य है वो ये कि बाइडन का बेटा राष्ट्रपति पद का तगड़ा उम्मीदवार माना जाने लगा था लेकिन 46 वर्ष की उम्र में उसकी मौत हो गयी और अपने बेटे का अधूरा सपना पूरा करने के लिए जो बाइडन देश के 46 वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं।
तो कुल मिलाकर ऐसा है कि दुनिया में सब कुछ सम्भव है, और आख़िर तक हार मानने वाले एक दिन जीत ही जाते हैं।
Vikas Kumar Jha,
Political Journalist