हिंदी भाषा में पहली कविता किसने लिखी थी?

hindi diwas 2022

आपको बता दें कि वर्ष 1949 में 14 सितंबर को विधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था! तभी से पूरे भारत में यह दिन स्कूल – महाविद्यालयों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों, ऑफिस एवं अन्य विभिन्न जगहों पर बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है! देश भर में हिंदी दिवस का विशेष प्रकार से आयोजन किया जाता है! हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में स्कूल, विश्वविद्यालयों में तरह – तरह के प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है! इसमें विद्यार्थी हिंदी भाषा में भाषण तैयार करते है, तो वहीं कुछ विद्यार्थी हिंदी दिवस के विशेष अवसर पर निबंध, कविताएं, कहानियां प्रस्तुत करते हैं! साथ ही अन्य संस्थानों में भी इस दिन का अपना एक अलग महत्व है! इस दिन इस भाषा की उपयोगिता के संबंध में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं! इसी खास दिवस के उपलक्ष्य में मैं आपको इससे संबंधित कुछ अहम एवं दिलचस्प तथ्य बताने जा रही हूं!

1. हिंदी की सर्वप्रथम कविता प्रख्यात कवि ‘अमीर खुसरों’ जी ने लिखी थी!

2. हिंदी भाषा के इतिहास पर पुस्तक लिखने वाला पहला लेखक भारतीय नहीं थे, बल्कि एक फ्रांसीसी लेखक थे, जिनका नाम “Grasim The Taisi” था!

3. साल 1977 में, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गर्व के साथ हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दिखाते हुए संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा में भाषण प्रस्तुत किया था!

4. 26 जनवरी 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को प्राथमिक भाषा माना गया था!

5. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के अलावा कई अन्य देश भी हैं, जहां हिंदी भाषा बोली जाती है! जिसमें नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, जैसे देश शामिल हैं!

6. ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में ‘अच्छा’ और ‘सूर्य नमस्कार’ जैसे कई हिंदी शब्दों को शामिल किया गया है!

7. हिंदी ने साल, 2000 में पहली हिंदी पत्रिका प्रकाशित करके इंटरनेट पर शुरुआत की थी! इसके बाद से ही हिंदी भाषा ने वर्ल्ड वाइड वेब पर अपना प्रभाव छोड़ना शुरू कर दिया था और वर्तमान में यह इतना लोकप्रिय हो गया है कि आज यह हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है!

8. अंग्रेजी की रोमन लिपि में जहां कुल 26 वर्ण हैं, वहीं हिंदी की देवनागरी लिपि में उससे डबल यानि कि 52 वर्ण हैं!

इसलिए हम कह सकते हैं कि हमारी हिंदी बहुत ही समृद्ध हैं! इसका सम्मान करें!

Pooja Kumari Ms. Pooja,
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