मन की आवाज कहलाए कलम से – जीत का सवेरा

Dawn of victory

कौन कहता है कि जीभ का सवेरा नहीं होता
कोशिश हमेशा आखिरी सांस तक करनी चाहिए,
जिंदगी में हर तूफान नुकसान करने ही नहीं आता
कुछ तूफान रास्ता साफ करने के लिए भी आते हैं।
जीत का सवेरा तो होगा पर आके मेहनत से
हर दिन इम्तिहान नया है,
जो अपने कदमों की काबिलियत पर विश्वास रखते हैं
उल्का ही अक्सर सवेरा नया होता है
हमेशा याद रखना बेहतरीन सवेरे के लिए बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है।

मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।

Rozi 1

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