मन की आवाज कहलाए कलम से – अपने टैलेंट को पहचानो।

know your talent

एक शहर में सोफिया नाम की एक लड़की रहती थी। वह बहुत गरीब थी बहुत मेहनत और मजदूरी करके वह अपने खाने लायक कुछ पैसा कमा पाती थी। उसे एक जॉब की जरूरत थी जिसकी सहायता से वह कुछ आराम की जिंदगी जी पाती।

1 दिन किसी बड़ी कंपनी में एक साफ सफाई करने का वैकेंसी निकली तो सोफिया उस साफ-सफाई की जॉब के लिए इंटरव्यू देने पहुंची। कंपनी के बॉस से उसकी बात हुई तो वह उसे नौकरी देने के लिए तैयार हो गए। जब सोफिया जाने लगी तो कंपनी का बॉस बोला आप हमें अपना फोन नंबर दे दीजिए हम आपको फोन करके बता देंगे कि आपको जॉब पर कब से आना है।

सोफिया ने कहा मेरे पास फोन नंबर नहीं है क्योंकि पैसे की कमी होने के कारण मैं फोन नहीं खरीद पाई हूं। अब कंपनी के बॉस ने बड़ी ही घृणा से
सोफिया को देखते हुए कहा आज दुनिया इतनी आगे पहुंच चुकी है और आपके पास मोबाइल फोन तक नहीं है। ऐसे लापरवाह व्यक्ति को अपने यहां जॉब पर नहीं रख सकता।

यह सुनकर सोफिया के आत्मसम्मान को गहरी ठेस पहुंची उसने निर्णय किया कि वह कुछ अच्छा करके दिखाएंगी।
उसने अपनी जरूरत की कई चीजों को बेचकर 550 रुपए इकट्ठे किए और कुछ फूलों की टोकरी खरीदी अब वह उन फूलों की टोकरी को सड़क पर जाकर बेचने लगी। इस तरह उसने एक ही दिन में 700 रुपए जमा कर लिए अब तो सोफिया रोज फूल की टोकरी खरीदती और सड़क पर जाकर बेचती। यही सिलसिला कई साल तक चलता रहा सोफिया ने आत्मविश्वास के साथ बहुत कठिन परिश्रम किया अब उसकी मेहनत का परिणाम मिलना शुरू हो गया।

अब सोफिया ने खुद की फूलों की सप्लाई करने की एक कंपनी खोली जहां से फूल विदेशों के लिए भेजे जाते थे। अब सोफिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार मेहनत करती रही अब उसका फूलों का बिजनेस बहुत देशों में फैल गया अब सोफिया अमीर बन गई।

एक दिन एक व्यक्ति को अपने यहां एक समारोह के लिए काफी मात्रा में फूलों की जरूरत थी वह सोफिया के पास पहुंचा और बोला मुझे आपके यहां से काफी मात्रा में फूलों की जरूरत है सोफिया ने कहा कृपया आप यह बताइए कि आपको कितने फूलों की जरूरत है। तभी वह व्यक्ति बोला आप ऐसा कीजिए ऑर्डर बुक कर लीजिए और अपना पर्सनल मोबाइल नंबर दे दीजिए। मैं कल आपको फोन करके बता दूंगा कि कितने फूल आपको भिजवाने हैं। सोफिया ने बड़ी ही उदारता से कहा मैं मोबाइल फोन नहीं रखती यह सुनकर उस व्यक्ति को बहुत आश्चर्य हुआ और वह सोफिया का चेहरा देखने लगा। तभी सोफिया मुस्कुराई और बोली मेरी कंपनी में बहुत फोन है लेकिन मैं आज भी कोई पर्सनल फोन नहीं रखती। शायद आपने मुझे पहचाना नहीं फोन ना रखने के कारण ही मैं आज अरबपति हूं। और एक मल्टीनेशनल कंपनी की मालकिन हूं। अगर मेरे पास फोन होता तो आज मैं आपकी कंपनी में साफ सफाई कर रही होती। अब वह व्यक्ति जो एक कंपनी का बॉस भी था। सोफिया को पहचान गया अब शर्मिंदगी के कारण उसके पास वहां से जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था।

दोस्तों! इस कहानी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है सच ही कहा गया है कि प्रत्येक इंसान के अंदर कोई ना कोई खूबी जरूर होती है जरूरत इस बात की है कि व्यक्ति अपने को पहचान जाए।

जो व्यक्ति अपने टैलेंट को पहचान जाता है वह टैलेंटेड पर्सन और जीनियस कहलाता है और वही सक्सेस होता है।

आजकल व्यक्ति भीड़ के पीछे भागता जा रहा है और वह उस काम को करना पसंद करता है जो अधिकतर लोग कर रहे हैं। वह यह भी नहीं सोचता कि उसे क्या पसंद है या उसके अंदर क्या काम करने का टैलेंट है। जो अपने टैलेंट को नहीं पहचान पाता वह भीड़ के पीछे ही भागता रहता है और अंत में अनसक्सेसफुल हो जाता है इसलिए भीड़ के पीछे भागना बंद करो दूसरों से अपनी तुलना करना बंद करो यह मत देखो कि उसके पास वह है और मेरे पास वह नहीं है।

मन की आवाज कहलाए कलम से
रोज़ी।

Rozi 1

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