insan ki zuban

ज़ुबान

इंसान की ज़ुबान भी कैसी अनिष्ट व अजीब शय है मीठी तो स्वर्ग,कड़वी तो सौ फ़ी सदी नर्क तय है ये बेहद लचीली , बदमिज़ाज और ख़ुराफ़ाती है ग़लत राह चले तो रिश्तों में दूरियाँ बड़ा जाती है जब भी Read more